मुख्य सचिव द्वारा प्रोजेक्ट माॅनिटरिंग की बैठक में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण-प्रगति की समीक्षा गयी

लखनऊ विगत दिवस मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी द्वारा प्रोजेक्ट माॅनिटरिंग की बैठक में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे निर्माण की प्रगति की समीक्षा की गयी। उन्होंने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ-सुल्तानपुर रोड पर स्थित ग्राम-चांदसराय जनपद लखनऊ से प्रारंभ होकर यूपी-बिहार सीमा से 18 किमी पूर्व राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-31 पर स्थित ग्राम हैदरिया पर समाप्त होगा। एक्सप्रेस-वे की लम्बाई 340.824 किमी है। इस परियोजना से जनपद, लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ तथा गाजीपुर लाभान्वित होंगी। 

इस एक्सप्रेस-वे के अन्तर्गत कुल 22 फ्लाईओवर, 07 रेलवे ओवरब्रिज, 07 दीर्घ सेतु, 114 लघु सेतु, 265 अण्डरपास तथा 507 पुलियों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। एक्सप्रेस-वे पर आपातकालीन स्थिति में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों के लैण्डिंग/टेकआॅफ के लिए जनपद सुल्तानपुर में 3.2 किमी लम्बी हवाईपट्टी का निर्माण भी प्रस्तावित है। परियोजना की कुल अनुमानित लागत रुपये 22494.94 करोड़ है। निर्माण हेतु पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे कुल 08 पैकेजों में विभक्त किया गया है, जिन पर तेजी से कार्य चल रहा है। परियोजना की कुल भौतिक प्रगति लगभग 68 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी है। परियोजना के मेन कैरिज वे को मार्च, 2021 अन्त तक खोलने का लक्ष्य है।

उन्होंने यह भी बताया कि एक्सप्रेस-वे निर्माण से प्रदेश का पूर्वी क्षेत्र प्रदेश की राजधानी एवं आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे व यमुना एक्सप्रेस-वे के माध्यम से देश की राजधानी से त्वरित व सुगम यातायात के काॅरिडोर से जुड़ जायेगा। एक्सप्रेस-वे के निर्माण से पूर्वांचल के सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। एक्सप्रेस-वे के प्रवेश नियंत्रित होने से वाहनों के इंधन खपत में महत्वपूर्ण बचत एवं प्रदूषण नियंत्रण भी संभव हो सकेगा। परियोजना से आच्छादित क्षेत्रों के सामाजिक एवं आर्थिक विकास के साथ ही वाणिज्य, पर्यटन तथा उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। यह एक्सप्रेस-वे हैण्डलूम उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों, भण्डारण गृह, मण्डी तथा दुग्ध आधारित उद्योगों की स्थापना हेतु एक उत्प्रेरक के रूप में काम करेगा।

Popular posts from this blog

स्वस्थ जीवन मंत्र : चैते गुड़ बैसाखे तेल, जेठ में पंथ आषाढ़ में बेल

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ गौरी रूपेण संस्थिता।  नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

!!कर्षति आकर्षति इति कृष्णः!! कृष्ण को समझना है तो जरूर पढ़ें