विज्ञान का संदेश देने के लिए फिल्म एक अच्छा माध्यम है : डॉ. हर्षवर्धन

 
 
भारतीय अंतर्राष्‍ट्रीय विज्ञान फिल्‍मोत्‍सव (आईएसएफएफआई), भारतीय अंतर्राष्‍ट्रीय विज्ञान महोत्‍सव (आईआईएसएफ) 2020 का एक प्रमुख आकर्षण है। इस वर्ष आईएसएफएफआई को 60 देशों से 634 विज्ञान फिल्‍म प्रविष्टियां प्राप्‍त हुई हैं। यह उत्‍साही और युवा फिल्‍म निर्माताओं को विज्ञान फिल्‍म बनाने और विज्ञान को लोकप्रिय बनाने में योगदान देने के लिए एक बड़ा और महत्‍वपूर्ण मंच है।
आईएसएफएफआई के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए केन्‍द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्‍वी विज्ञानतथा स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि अनेक प्रकार की फिल्‍में प्राप्‍त हुई हैं, क्‍योंकि ये फिल्‍में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, कोविड-19 से संबंधित जागरूकता और भारत के आत्‍मनिर्भर बनने के प्रयासों जैसे विषयों पर आधारित हैं। विज्ञान फिल्‍में विज्ञान का संदेश देने के लिए एक अच्‍छा माध्‍यम हैं। 
फिल्मनिर्माता और आईएसएफएफआई के जूरी अध्यक्ष माइक पांडे ने कहा कि हर साल फिल्‍मोत्‍सव का आकार और पैमाना बढ़ रहा है। यह समारोह अब भावी विज्ञान फिल्‍म निर्माताओं को सुविधा प्रदान करने के लिए एक बड़ा महत्‍वपूर्ण मंच बन गया है। यहां बड़ी क्षमता उपलब्‍ध है और हम ऐसे निर्माताओं को पोषित करने के लिए अपना अनुभव साझा कर सकते हैं।
भारतीय अंतर्राष्‍ट्रीय विज्ञान फिल्‍मोत्‍सव का उद्देश्‍य नागरिकों में विज्ञान की लोकप्रियता को बढ़ावा देना तथा युवा विज्ञान फिल्‍म निर्माताओं और विज्ञान के प्रति उत्‍साही लोगों को आकर्षित करना है। यह समारोह छात्रों और फिल्‍म निर्माताओं को फिल्‍मों के माध्‍यम से विज्ञान के संचार की प्रक्रिया में शामिल होने का अवसर प्रदान करता है।

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