किसानों को तिल-तिल कर मार रही योगी सरकार - अजय कुमार लल्लू
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने राज्य में भारतीय जनता पार्टी की योगी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह गन्ना किसानों के बकाया भुगतान पर कतई गम्भीर नहीं है। अपने चुनावी संकल्प पत्र में सत्ता में आने पर 14 दिनों के भीतर गन्ना किसानों के बकाए का भुगतान करने और ऐसा न होने पर ब्याज सहित बकाये के भुगतान कराने का वादा करने वाले मुख्यमंत्री सत्ता में आने और लगभग चार वर्ष बीत जाने के बाद अपने उस वादे को भूल चुके हैं। ब्याज की कौन कहे गन्ना किसानों को उनके मूलधन का भी भुगतान नहीं हो सका है। भारतीय जनता पार्टी का गन्ना किसानों से चुनाव के दौरान किया गया वादा भी किसानों के लिए सिर्फ छलावा साबित हुआ है।
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि गन्ना किसान अपने बकाये भुगतान के न होने से जहां आर्थिक नुकसान बर्दास्त कर रहे हैं और बकाये मूल्य के भुगतान के लिए सड़कों पर संघर्ष करने के लिए विवश हैं। इतना ही नहीं कई जनपदों में किसान आर्थिक तंगी व कर्ज के बोझ के चलते आत्महत्या करने के लिए मजबूर हुए हैं। वहीं भाजपा सरकार गन्ना किसानों के प्रति संवेदनहीनता की सारी सीमाएं लांघ रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू ने कहा कि योगी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण गन्ना किसानों का अभी तक 12219 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान लटका हुआ है और गन्ना किसान वर्तमान पेराई सत्र में भी अपने गन्ने की उपज को चीनी मिलों के हाथों बेंचने के लिए मजबूर हैं।
उंन्होने कहा कि इसे विडम्बना ही कहा जायेगा कि गन्ना किसानों की खून पसीने और हाड़तोड़ मेहनत से पैदा किये गये गन्ने की उपज के बल पर आज उत्तर प्रदेश चीनी उत्पादन में रिकार्ड तोड़ रहा है और चीनी उत्पादक उद्योगपति शीरा व सेनेटाइजर आदि बनाकर भारी लाभ कमा रहे हैं। सरकार चीनी मिल मालिकों को तमाम तरह की सब्सिडी व सुविधाएं दे रही है उसके बाद भी वह गन्ना किसानों का बकाया भुगतान न करके गन्ना किसानों का शोषण कर रहे हैं। सरकार चीनी मिल मालिकों के विरूद्ध किसी भी तरह की कोई कार्यवाही से बच रही है। सरकार और चीनी मिल मालिकों की सांठ-गांठ का ही परिणाम है कि चीनी के लिये गन्ने की पैदावार करने वाले गन्ना किसान आर्थिक तंगी और भुखमरी की कगार पर हैं।