हमें विज्ञानी होने के साथ ज्ञानी होना भी जरूरी है

 


धर्म और विज्ञान दो अलग रास्ते नहीं हैं, ना ही उनमे कहीं टकराव है। धर्म और विज्ञान के रास्ते अलग-अलग भले हों पर दोनों का उददेश्य सत्य को ही प्राप्त करना है। विज्ञान बाहर के पदार्थों को जानना चाहता है, धर्म उस परम को जानने का माध्यम है।

विज्ञान कहता है कि पहले जानो तब मानों, धर्म कहता है पहले मानो तब जानों। एक तर्क पर चलता है दूसरा श्रद्धा पर चलता है। विज्ञान से संसार की बहुत बड़ी ऊर्जा हमें मिल जाएगी। पर उसके उपयोग की प्रेरणा तो धर्म से ही मिलेगी। 

विज्ञान से बहुत सारे साधन मिल जायेंगे पर मन की शांति तो धर्म से ही मिलेगी। भीतर का सुख तो धर्म के मार्ग से ही मिलेगा। नए-नए साधन तो विज्ञान से ही मिलेंगे पर उनका सही उपयोग तो धर्म ही सिखाएगा। हमें विज्ञानी होने के साथ ज्ञानी होना भी जरूरी है।

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