आजाद हिन्द फौज के संस्थापक नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की मनाई गयी 125वीं जयन्ती

लखनऊ। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नेताजी सुभाष चन्द्रबोस की 125वीं जयन्ती प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मनायी गयी। कार्यक्रम की शुरूआत नेताजी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर हुई। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता बृजेन्द्र कुमार सिंह ने किया।

इस मौके पर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए पूर्व विधायक श्यामकिशोर शुक्ल ने कहा कि महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नेताजी सुभाष चन्द्र बोस दो बार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित हुए। वह इतने मेधावी व प्रतिभावान थे कि 1920 में उन्होने इंग्लैण्ड में सिविल सर्विस परीक्षा पास की थी परन्तु देश को अंग्रेजों के चंगुल से आजाद कराने के लिए कांग्रेस पार्टी से जुड़ गये और जीवन पर्यन्त देश सेवा में लगे रहे।

जयन्ती को सम्बोधित करते हुए पूर्व मंत्री आर0के0 चौधरी ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस भारतीय जनमानस के सर्वमान्य नेता थे। उन्होने कहा कि आज कुछ ऐसे दल हैं जिन्होने आजादी की लड़ाई में रत्ती भर भी योगदान नहीं दिया और राष्ट्रवाद का ढिंढोरा पीटते रहते हैं। ऐसे ही लोग आज नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को लेकर गलतफहमियां समाज में फैला रहे हैं और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अपमान कर रहे हैं। उन्होने कहा कि पं0 जवाहर लाल नेहरू और नेताजी को लेकर तमाम गलत फहमियां जो समाज में पैदा की जा रही हैं, उसको मिटाने की जरूरत है।

उन्होने एक घटना को उद्धृत करते हुए कहा कि पं0 नेहरू की पत्नी कमला नेहरू जब बहुत बीमार थीं। उस वक्त पं0 नेहरू जेल में थे, ऐसे समय पं0 नेहरू ने सुभाष बाबू को याद कर चिट्ठी लिखी जिसके बाद सुभाष बाबू ने कमला नेहरू का इलाज विदेश में करवाया। यह उनकी मित्रता और कांग्रेस के नेताओं के प्रति प्रेम और सम्मान का एक उदाहरण है। जयन्ती कार्यक्रम को अन्य प्रमुख लोगों में प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी प्रशासन ने सम्बोधित कर नेताजी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किये।

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