टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारम्भ 16 जनवरी, 2021 को किया जायेगा- मुख्य सचिव

 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में आगामी 16 जनवरी से कोविड-19 वैक्सीनेशन के प्रथम चरण के सम्बन्ध में कोविड-19 वैक्सीन टीकाकरण की तैयारी-स्टेट स्टेयरिंग कमेटी फाॅर इम्यूनाजेशन की बैठक आयोजित की गयी। आयोजित बैठक में समीक्षा के दौरान उन्होंने पूरे प्रदेश में वैक्सीनेशन कार्यक्रम के सम्बन्ध में की जा रही तैयारियोें की जानकारी प्राप्त कर आवश्यक निर्देश दिये।
 
मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कोविड-19 वैक्सीनेशन कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान बताया कि टीकाकरण का कार्य दिनांक 16 जनवरी, 2021 से चरणबद्ध तरीके से किया जाना प्र्रस्तावित हैं। भारत सरकार से कोविड-19 के प्रथम चरण के टीकाकरण से सम्बन्धित दिशा-निर्देश प्राप्त हो गये हैं। टीकाकरण का शुभारम्भ 16 जनवरी, 2021 को किया जायेगा। शुभारम्भ के दिन 317 सत्र उत्तर प्रदेश में संचालित किये जायेंगे, जिसमें से जिला महिला अस्पताल वाराणसी तथा एम0एल0बी0 मेडिकल काॅलेज, झांसी में टु-वे वेबकास्टिंग की जायेगी तथा अन्य 315 सत्र केवल व्यू ओनली मोड पर रहेंगे। 
 
उन्होंने निर्देश दिये कि टीकाकरण शुभारम्भ के दिन प्रदेश के समस्त कोविड अस्पतालों के चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण प्राथमिकता के आधार पर करा दिया जाये। अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद ने बैठक में बताया कि प्रथम चरण में हेल्थ वर्कर्स का कोविड-19 टीकाकरण किया जाना प्रस्तावित है, जिसमें प्रदेश के समस्त सरकारी एवं गैर सरकारी स्वास्थ्य इकाईयों में कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारी सम्मिलित हैं। साथ ही स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित अन्य विभागों के कर्मियों यथा-आशा, आंगनबाड़ी, सुपरवाइजर को भी सम्मिलित किया जाना है।
 
द्वितीय चरण में अन्य विभागों के फ्रन्टलाइन वर्कर्स का कोविड-19 टीकाकरण किया जाना प्रस्तावित है, जिसमें मुख्य रूप से राज्य एवं केन्द्रीय पुलिस विभाग, सशस्त्र बल, होमगार्ड, जेल कर्मचारी, आपदा प्रबन्धन एवं नगरपालिकाओं के अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं का कोविड-19 टीकाकरण किया जाना प्रस्तावित है। तृतीय चरण में 50 वर्ष से अधिक आयु के समस्त लोगों तथा 50 वर्ष से कम किन्तु डायबिटीज, सांस रोग, कैन्सर, उच्च रक्त चाप जैसे रोगों से ग्रसित व्यक्तियों का टीकाकरण किया जाना प्रस्तावित है।
 
मुख्य सचिव ने यह भी बताया कि टीकाकरण अभियान के प्रथम चरण हेतु प्रदेश में लगभग 1500 स्थान टीकाकरण हेतु चिन्हित किये जाने हैं। प्रथम चरण की गतिविधियां मुख्य रूप से सरकारी चिकित्सालयों में नियोजित किया जाना है, जिसमें मुख्य रूप से स्वास्थ्य केन्द्र, ब्लाॅक स्तरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, जिला चिकित्सालय, जिला संयुक्त चिकित्सालय, जिला महिला चिकित्सालय, नगरीय स्वास्थ्य केन्द्र, रेलवे अस्पताल, सी0जी0एच0एस0 चिकित्सालय, सरकारी एवं प्राइवेट मेडिकल काॅलेज आदि को चयनित किया जाना है।
 
बड़े शहरों में आवश्यकतानुसार प्राइवेट चिकित्सालयों, जहां 100 से अधिक हेल्थ केयर वर्कर्स हैं, उनमें भी टीकाकरण सत्र नियोजित किये जा सकते हैं। प्रत्येक टीकाकरण स्थल पर लाभार्थियों की संख्या एवं स्थान की उपलब्धता के अनुसार एक से तीन सत्र आयोजित किये जायें। बड़े चिकित्सालयों में स्थान उपलब्ध होने पर तीन से अधिक सत्र आयोजित किये जा सकते हैं। प्रत्येक सत्र के लिए तीन कमरों की आवश्यकता होगी, जिन्हे प्रतीक्षालय, टीकाकरण कक्ष एवं निगरानी कक्ष के रूप में प्रयोग किया जायेगा।
 
उन्होंने बताया कि प्रत्येक टीकाकरण सत्र में लाॅजिस्टिक, 02 वैक्सीन कैरियर प्रत्येक में 04 कन्डीशनिंग आइसपैक, लाभार्थियों की संख्या के अनुसार वैक्सीन कैरियर में कोविड वैक्सीन, पर्याप्त संख्या में ए0डी0 सिरिंज, हब कटर, वैक्सीन वायल ओपनर, हैन्ड सैनिटाइजर एवं मास्क, पार्टीशन स्क्रीन, एनाफाईलेक्सीस किट, लाल एवं पीले बैग एवं कचरे के लिए थैला, ब्लू पन्चर प्रूफ कन्टेनर की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाये। प्रत्येक टीकाकरण सत्र पर प्रतिदिन लगभग 100 लाभार्थियों को टीकाकरण किया जायेगा। प्रथम चरण में हेल्थ केयर वर्कर्स के टीकाकरण हेतु प्रत्येक सप्ताह दो टीकाकरण सत्र आयोजित किये जायें, कार्ययोजना इस प्रकार तैयार की जाये कि समस्त लाभार्थियों का टीकाकरण 03 दिवसों में पूर्ण कर लिया जाये।

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