आम आदमी पार्टी के प्रदेश की राजनीति में सक्रिय होने के बाद आदित्यनाथ को याद आये सरकारी स्कूल - संजय सिंह
लखनऊ। योगी सरकार की ओर से प्रदेश के जर्जर विद्यालयों का कायाकल्प कराने के आदेश पर शनिवार को आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सवाल उठाया। पूछा, चार साल में सरकारी स्कूलों की याद सरकार को क्यों नहीं आई? प्रदेश कार्यालय पर हुई प्रेस वार्ता में पार्टी की ओर से जारी 'सेल्फी विद सरकारी स्कूल' अभियान की सफलता बताने के साथ हमारा दल के विलय की जानकारी दी। हमारा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वदेश कोरी ने आप में विलय की घोषणा की।
संजय सिंह ने कहा, आम आदमी पार्टी कहती आई है हम राजनीति करने नहीं, बल्कि इसे बदलने आए हैं। बोले, यूपी मॉडल का गुणगान करने वाले योगी सरकार के मंत्री शिक्षा के मुद्दे पर खुली बहस की चुनौती देकर भाग खड़े हुए। मनीष सिसोदिया सरकारी स्कूल देखने गए तो उन्हें रोक दिया गया। प्रदेशभर में हमारे विधायकों के साथ यही किया गया। सह प्रभारी बिजनौर में झोपड़ी चल रहे सरकारी स्कूल को देखने गए तो पुलिस लगाकर रोका गया। पूछा क्या यूपी के सरकारी स्कूल भूतिया महल हो गए हैं, जो उन्हें देखने और उनकी फोटो खींचने से रोका जा रहा है। चार साल बाद सरकारी स्कूलों के कायाकल्प की बात को सरकार की नौटंकी बताते हुए कहा- स्वेटर, मिड डे मील और भवन के नाम पर भारी घोटाले हुए हैं। सारे राजफाश होने तक आम आदमी पार्टी का अभियान जारी रहेगा। हर मां-बाप बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा का सपना देखता है। ऐसा स्कूल जहां एसी कमरे में हों, स्विमिंग पूल हो। मगर, इस सरकार में स्कूलों की हालत बद से बदतर हुई है।
उन्होंने दलित, वंचित, शोषित वर्ग की लड़ाई लड़ने वाले हमारा दल के पार्टी में विलय की घोषणा करने पर राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वदेश कोरी का स्वागत किया।
बसपा और कांग्रेस से लखनऊ पूर्वी सीट से चुनाव लड़ चुके स्वदेश कोरी ने दलितों के हक की लड़ाई के लिए संजय सिंह को सच्चा सिपाही बताया। कहा, कथनी करनी में भेद न करने वाली आम आदमी पार्टी ने दलितों को सही मायने में सम्मान देने का काम किया है।