अखिलेश यादव को मिला संतों का आशीर्वाद



लखनऊ। सुनील चंद्रा स्वामी के साथ महामण्डलेश्वर हिमांगी सखी गुरू मां किन्नर अखाड़ा एवं पशुपति अखाड़ा नेपाल, स्वामी निर्विकल्पना नंदजी, अध्यात्म विज्ञानशाला, ओंकारेश्वर मध्य प्रदेश, स्वामी अखण्डा नंदजी झुंझनू, राजस्थान, स्वामी चंद्र देवजी महाराज, मुम्बई, महेन्द्र बाबू राम कथावाचक सूरत, गुजरात स्वामी अजय योगी, इंद्रप्रस्थ पीठाधीश्वर दिल्ली ने लखनऊ में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की और उन्हें वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में बहुमत से जीत तथा मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद दिया।

शांति स्थापना मिशन कानपुर के जीतेन्द्र भाईजी तथा अपर्णा जैन ने भी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का अभिनंदन किया। 

संत-महात्माओं का कहना था कि मानव सेवा भी धर्म है। सेवा ही धर्म है। समाजवादी पार्टी सत्य के रास्ते पर है और मानव-मानव के बीच फर्क नहीं करती है। भाजपा काम नहीं सिर्फ बातें करना जानती है। विकास में उसकी रूचि नहीं। भाजपा ही समस्याओं की जड़ है।



संतो का कहना था कि अखिलेश बेदाग हैं। अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में उन्होंने सभी साधु संतो का सम्मान किया था। अखिलेश यादव जनहित का कोई भी काम नहीं रोकते हैं। हमेशा सद्भाव के मार्ग पर चलें और विकास के बारे में उनकी सोच सकारात्मक है। संत परिवार ने अखिलेश की विजय कामना के साथ भरोसा दिलाया कि वे सब उनके साथ है।

अखिलेश यादव ने कहा कि मानव जीवन संस्कारी होना चाहिए। भाजपा बदले की भावना से काम करती है। उत्तर प्रदेश प्रेम की भूमि है। यहां नफरत की कोई जगह नहीं है। यह भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण तथा महात्मा बुद्ध की धरती है। इसकी पवित्रता को नष्ट नहीं किया जाना चाहिए।

अखिलेश यादव का इस अवसर पर श्रीराम दरबार, पगड़ी, मुकुट, शाल भेंट कर सम्मान किया गया।              

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