मुख्य सचिव ने किया इण्डियन बैंक की आनलाइन मेंटरिंग प्रोग्राम एमएसएमई प्रेरणा का शुभारंभ


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी द्वारा अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में इण्डियन बैंक के आनलाइन मेंटरिंग प्रोग्राम ‘‘एमएसएमई’’ प्रेरणा का शुभारंभ किया गया।
 
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि एमएसएमई उद्यमिता विकास राष्ट्र की अर्थव्यवस्था का आवश्यक पहलू है, इस दिशा में सरकारी नीतियों एवं बैंक द्वारा ऋण सुविधाओं के यथोचित सदुपयोग में इंडियन बैंक का यह परामर्श कार्यक्रम मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि इण्डियन बैंक द्वारा उठाये गये इस कदम से प्रदेश के उद्यमियों को अत्यधिक लाभ होगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश जनसंख्या के रूप में देश में प्रथम स्थान पर आता है और यहां पर कृषि एवं दुग्ध उत्पादन भी भारी मात्रा में किया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुशल मैनपावर की संख्या भी काफी अधिक है।
 
उन्होंने बताया कि प्रदेश में एमएसएमई की लगभग 9 लाख 50 हजार इकाईयां पंजीकृत हैं, अपंजीकृत एमएमएसई इकाईयों की संख्या इससे कई गुना अधिक हैं। उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान कई प्रकार के छोेटे-छोटे वस्तुओं की आवश्यकता पड़ी जिसे बाहर से उच्च मूल्यों पर मंगाना पड़ता था परन्तु प्रदेश की एमएसएमई इकाईयों ने बहुत ही कम समय में आवश्यक वस्तुओं-पीपीई किट, मास्क, सैनेटाइजर आदि को निर्मित कर प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाकर मिशाल पेश की। उन्होंने कहा कि एमएसएमई इकाईयों ने वस्तुओं को समय से उपलब्ध कराने के साथ-साथ गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखा है।
 
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान बड़ी संख्या में टेस्टिंग लैबों की स्थापना भी करायी गयी है, जिसके माध्यम से प्रतिदिन 01 लाख 50 हजार से अधिक टेस्टिंग की गयी है। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र के बाद यदि किसी अन्य क्षेत्र में अत्यधिक रोजगार प्रदान किये जाते हैं तो वह एमएसएमई क्षेत्र ही है। उन्होंने कहा कि एमएसएमई इकाईयों की आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। उन्होंने कहा कि एमएसएमई इकाईयों के माध्यम से बड़ी संख्या में महिलाओं को रोजगार प्राप्त हुआ है और वह आत्मनिर्भर बनी हैं। उन्होंने कहा भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार द्वारा समय-समय पर एमएसएमई इकाईयों को विभिन्न प्रकार की सहूलियतें प्रदान की जाती रही हैं।
 
उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा आत्मनिर्भर पैकेज के माध्यम से संकट की घड़ी में एमएसएमई इकाईयों को प्रोत्साहन प्रदान किया गया है। मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा ‘‘एक जनपद-एक उत्पाद’’ योजना के माध्यम से प्रदेश के प्रत्येक जनपद से एक विशेष उत्पाद का चयन किया गया है जिसका व्यापक प्रचार-प्रसार कराया गया है। उन्होंने बताया कि ‘‘एक जनपद-एक उत्पाद’’ योजना के अन्तर्गत प्रदेश सरकार द्वारा उत्पादों की ब्रान्डिंग, मार्केटिंग एवं अन्य आधुनिक तकनीक के माध्यम से उत्पाद की राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनायी गयी है और विभिन्न ई-कामर्स कम्पनियों से एमओयू भी किये गये हैं।
 
 
वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बैंक की प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी पद्मजा चुंदरूँ ने कहा कि यह कार्यक्रम एमएसएमई के क्षेत्र से जुड़े उद्यमियों में आत्मविश्वास, कौशल विकास, सरकारी योजनाओं की जानकारी बैंक के माध्यम से ऋण सुविधायों की उपभोग, वित्तीय प्रबंधन आदि की संस्याओं को दूर करने के लिए उनकी क्षेत्रीय भाषा के माध्यम से विचार विमर्श करना है। उन्होंने कहा कि बैंक अपने सभी ग्राहकों को बेहतर सुविधा प्रदान करने हेतु कटिबद्ध है। उत्तर प्रदेश में राज्य में आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को साकार करने की दिशा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा चलाई जा रही एक जिला एक उत्पाद एक महत्वपूर्ण योजना है जो एमएसएमई क्षेत्र में एक विशेष अवसर उपलब्ध कराती है।
 
कार्यक्रम का संचालन करते हुए क्षेत्रीय महाप्रबन्धक रविंद्र सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य में एमएसएमई उद्यमियों के साथ इस प्रकार का यह पहला कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जिसका श्रेय बैंक की एमडी और सीईओ पद्मजा चुंदरूँ की दूरदर्शिता को जाता है। उन्होंने उद्यमियों के व्यवसाय को स्थापित करने में आ रही समस्याओं को दूर करने में बैंक के सहयोग का पूर्ण आश्वासन दिया। उन्होंने यह भी बताया कि प्रेरणा एप के माध्यम से एमएसएमई उद्यमियों का परामर्श कार्यक्रम देश के प्रमुख राष्ट्रीयकृत बैंक इंडियन बैंक द्वारा एमएसएमई उद्यमियों मे कौशल विकास, व्यवसाय संवर्धन एवं प्रबंधकीय क्षमता में विकास तथा भारत सरकार राज्य सरकार एवं बैंक की योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में हो रही कठिनाईयों को दूर करने के उद्देश्य से इंडियन बैंक द्वारा प्रेरणा  ऐप के माध्यम से परामर्श कार्यक्रम आयोजित किया गया।
 
कार्यक्रम का समापन एवं धन्यवाद ज्ञापन कार्यपालक निदेशक के राम चंद्रन द्वारा वर्चुअल माध्यम से किया गया। इससे पूर्व कार्यक्रम के प्रारंभ में वर्चुअली दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया तथा आनलाइन मेंटरिंग प्रोग्राम एमएसएमई प्रेरणा के वेबपेज का अनावरण किया गया।

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