समाजवादी पार्टी मुख्यालय में सादगी से मनाया गया गुरूगोविन्द सिंह जी का प्रकाश पर्व

लखनऊ। समाजवादी पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में आज गुरूगोविन्द सिंह जी का 354वां प्रकाश पर्व सादगी से मनाया गया। गुरू जी के चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात् बोले ‘सो निहाल सत श्री अकाल‘ के नारों के बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि गुरू गोविन्द सिंह किसी सम्प्रदाय विशेष के नहीं, पूरे राष्ट्र के नेता थे। उनकी सीख थी कि एक दूसरे के धार्मिक विश्वास और आस्था का सम्मान करो क्योंकि वही समाज आगे बढ़ता है जो दूसरों को सम्मान देता है।
 
उन्होंने कहा कि नफरत से समाज आगे नहीं बढ़ सकता है। सभी जाति-धर्म के प्रति सद्भाव रखना चाहिए। हमें भी उनकी शिक्षाओं का अनुपालन करते हुए नफरत के अंधकार से दूर रहकर सद्भावना के प्रकाश पथ पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। यादव ने कहा कि गुरू गोविन्द सिंह जी असत्य और अन्याय के विरूद्ध लड़ने वाले महापुरूष थे। वे हमारे लिए प्रकाश स्तम्भ हैं। वे मानते थे ‘सूरा है जो दीन के हेत लड़े‘। अपने अनुयायियों से उनका कहना था कि ‘चिडियों से मैं बाज लड़ाऊ तब गोविन्द सिंह नाम कहाऊं।‘ उनका संघर्ष और त्याग पूरे राष्ट्र के लिए था। वे देश की गंगा-जमुनी तहजीब के प्रवर्तक थे।
 
 
इस अवसर पर सिख समाज के प्रमुख लोगों ने सन्2022 में अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी की बहुमत की सरकार बनने के लिए अरदास की। उन्होंने कहा अखिलेश यादव पूरे समाज का भला चाहते हैं। आज के हालात में सामाजिक सद्भाव और सौहार्दको सत्तादल से क्षति पहुंच रही है। देश-प्रदेश का विकास रूका हुआ है। संकीर्ण मानसिकता के साथ काम हो रहे हैं। इन स्थितियों में गुरू गोविन्द सिंह की सीख ही हमारा मार्ग दर्शन करेगी। सिख प्रतिनिधियों ने अखिलेश यादव को सरोपा, कृपाण और लोई भेंट कर सम्मानित किया।

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