मुख्यमंत्री ने 170 नयी बाढ़ नियंत्रण परियोजनाओं का वर्चुअल माध्यम से किया शिलान्यास
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य
सरकार के प्रतिबद्ध प्रयासों से विगत 04 वर्षों में बाढ़ की आपदा से होने
वाली जन-धन हानि को रोकने में सफलता मिली है। प्रदेश की जनता को बाढ़ की
विभीषिका से बचाने के लिए समय से स्थायी समिति की बैठकें सम्पन्न कराने के
साथ ही बाढ़ नियंत्रण की कार्ययोजना बनाकर लागू की गयी। राज्य में पहली बार
ड्रेजिंग जैसे नये प्रयोगों, परियोजनाओं के क्रियान्वयन में विभागीय स्तर
पर पूरी निष्ठा और समर्पण तथा स्थानीय स्तर पर जनप्रतिनिधियों के रुचि लेने
से बाढ़ से बचाव में सफलता मिली है।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने
सरकारी आवास पर वर्चुअल माध्यम से 146 बाढ़ नियंत्रण परियोजनाओं के
लोकार्पण तथा 170 नयी बाढ़ नियंत्रण परियोजनाओं के शिलान्यास के उपरान्त
अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ड्रेजिंग के माध्यम से
नदियों को चैनलाइज किये जाने के अच्छे परिणाम प्राप्त हुए हैं। अधिकतर
जनप्रतिनिधियों ने भी इन प्रयोगों की सराहना की है और अपने क्षेत्र में
बाढ़ नियंत्रण के लिए लागू किये जाने का आग्रह भी किया है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विभिन्न जनपदों में लोकार्पित व शिलान्यास की गयी बाढ़
नियंत्रण परियोजनाओं के क्षेत्रों के निवासियों एवं जनप्रतिनिधियों से
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया। परियोजनाओं के लोकार्पण एवं
शिलान्यास के लिए उन्हें बधाई और शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि
परियोजनाओं के निर्माण में आमजन को भी मानक के अनुरूप कार्यों की गुणवत्ता
के सम्बन्ध में देखरेख कर सकारात्मक सहयोग करना चाहिए। उन्होंने
कहा कि बाढ़ नियंत्रण के लिए समय से किये गये उपायों से जन-धन हानि रोकी जा
सकती है।
वर्तमान सरकार से पूर्व बाढ़ नियंत्रण परियोजनाएं बाढ़ के साथ ही
प्रारम्भ होती थीं और बाढ़ खत्म होते ही उनका क्रियान्वयन रुक जाता था।
वर्तमान सरकार द्वारा बाढ़ नियंत्रण परियोजनाओं को जनवरी माह में प्रारम्भ
कर 15 मई तक कार्य को पूर्ण किया जा रहा है। इससे राज्य में बाढ़ नियंत्रण
में सफलता मिली तथा बाढ़ की आपदा का प्रभाव कम हुआ है। आज जिन परियोजनाओं की
आधारशिला रखी गई है, उन्हें समय से पूरा किया जाए। परियोजनाओं को समयबद्ध
ढंग से पूर्ण करने से प्रभावी बाढ़ नियंत्रण में सहायता मिलती है।