संत रविदास जयंती पर सीएम योगी ने उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की
इस अवसर पर उनके साथ कैबिनेट मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह के साथ लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया भी मौजूद थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संत रविदास की जयंती पर एक बार फिर से मैं आपके प्रति मंगलमय कामनाएं करता हूं। इस महान अवसर पर मैं विश्वास वक्त करता हूं कि इस महान संत के आदर्शों से प्रेरणा ग्रहण करके हम सब अपने देश और समाज के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं लखनऊ की संत रविदास सेवा समिति को धन्यवाद देता हूं। जो विगत 83 वर्षों से संत रविदास की शिक्षाओं का प्रसार कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संत रविदास जयंती सनातन हिंदू धर्म को मजबूत करते हुए एक भारत, श्रेष्ठ भारत की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना को साकार कर रही है। संत रविदास ने पूरे जीवन समाज के तमाम प्रकार के रूढ़विादों और पाखंडों का सामना करते हुए सनातन हिंदू धर्म को मजबूती देने का काम किया, जो आज हम सबकी सुरक्षा और पहचान है। हम सब 645 वर्ष के बाद भी इस महान संत की पावन जयंती को भव्यता के साथ मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि महान संत, अद्भुत समाज-सुधारक, अनुपमेय रचनाकार संत शिरोमणि गुरु रविदास को उनकी जयंती पर कोटिश: नमन। 'मन चंगा तो कठौती में गंगा' जैसे निर्मल दर्शन के माध्यम से समाज को आडंबरमुक्त एवं समरस बनाने की प्रेरणा देने वाले गुरु रविदास के विचार हम सभी के लिए प्रेरणाप्रद हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्रद्धेय अटल बाजपेयी ने कहा था कि आदमी न छोटा होता है, न बड़ा होता है। आदमी न ऊंचा होता है, न नीचा होता है। आदमी तो सिर्फ आदमी होता है। संत रविदास का जीवन चरित्र प्रेरणा प्रदान करता है कि व्यक्ति अपने कर्मों के माध्यम से कैसे महानता हासिल करता है। संत रविदास की पावन जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह में उपस्थित सभी लोगों को मैं हृदय से बधाई देता हूं और आप सब के प्रति अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करता हूं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में कोविड-19 के प्रोटोकॉल व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील भी की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि माघी पूर्णिमा के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों एवं माघ मेले में स्नान के लिए देश-विदेश से पधारे संत-महात्माओं, श्रद्धालुओं एवं कल्पवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। तीर्थराज प्रयाग में इस दिन स्नान, दान एवं यज्ञ का विशेष महत्व है। कल्पवासियों के लिये यह तिथि एक विशेष पर्व है। इसे सुचारू रूप से सम्पन्न कराने के लिए राज्य सरकार ने सुविधा एवं सुरक्षा के साथ ही समस्त आवश्यक प्रबन्ध सुनिश्चित कर रखे हैं।