डॉ. जाकिर हुसैन को उनकी जयंती पर राष्ट्रपति ने श्रद्धांजलि अर्पित की
डाक्टर ज़ाकिर हुसैन स्वतंत्रता सेनानी एवं भारत के तीसरे राष्ट्रपति तथा प्रथम मुस्लिम राष्ट्रपति थे, जिनका कार्यकाल 13 मई 1967 से 3 मई 1969 तक था। केवल 23 वर्ष की अवस्था में वे 'जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय' की स्थापना दल के सदस्य बने। जाकिर हुसैन भारत के तीसरे राष्ट्रपति तथा प्रमुख शिक्षाविद थे। वे अर्थशास्त्र में पीएच. डी की डिग्री के लिए जर्मनी के बर्लिन विश्वविद्यालय गए और लौट कर जामिया के उप कुलपति के पद पर भी आसीन हुए।
1920 में उन्होंने जामिया
मिलिया इस्लामिया की स्थापना में योग दिया तथा इसके उपकुलपति बने। 1962 ई. में वे भारत के उपराष्ट्रपति बने। उन्हें वर्ष 1963 मे भारत रत्न
से सम्मानित किया गया। 1969 में असमय देहावसान के कारण वे अपना राष्ट्रपति
कार्यकाल पूरा नहीं कर सके।
डॉ॰ जाकिर हुसैन भारत में आधुनिक शिक्षा के सबसे बड़े समर्थकों में से एक
थे। डॉ॰ जाकिर हुसैन ने बिहार के राज्यपाल
के रूप में भी सेवा की और इसके बाद वे देश के उपराष्ट्रपति रहे तथा बाद
में वे भारत के तीसरे एवं प्रथम मुस्लिम राष्ट्रपति बने। डॉ ज़ाकिर हुसैन
एक ऐसे मुस्लिम स्वतंत्रता सेनानी हैं जो राष्ट्रपति पद तक पहुंचने में सफल
रहे।