'जय जवान-जय किसान' अभियान के तहत किसान पंचायत को प्रियंका गांधी ने किया सम्बोधित
मथुरा। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की महासचिव एवं
प्रभारी उ0प्र0 प्रियंका गांधी आज मथुरा में जय जवान-जय किसान
अभियान के तहत किसान पंचायत को सम्बोधित करने मथुरा पहुंची। किसान पंचायत
में भारी भीड़ उमड़ी।
किसान पंचायत को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस
महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मैं आज
पवित्र धरती पर खड़ी हूं। उन्होने बांके बिहारी जी की जयकार लगाते हुए कहा
कि यह धरती मथुरा की धरती है। यह धरती अहंकार को तोड़ती है। भगवान श्रीकृष्ण
ने अहंकार में डूबे इंद्रदेव के अहंकार को तोड़ने के लिए गोवर्धन पर्वत
को उठाकर इस धरती के लोगों की रक्षा की। प्रियंका गांधी
ने कहा कि आज भाजपा सरकार ने भी अन्नदाता के लिए अहंकार पाल लिया है। देश
के लाखों किसानों जिन्होंने इस देश की जमीन को सींचा, जिन्होंने इस देश को
जीवित रखा है, जिन्होंने इस देश की सीमा पर अपने बेटों को आपके लिए हमारी
सुरक्षा के लिए शहीद होने भेजा। आज वह किसान सड़क पर बैठा है।
90 दिनों से
देश की राजधानी के बॉर्डर पर अपने अधिकारों की लड़ाई वह किसान लड़ रहा है।
215 किसान शहीद हुए। 90 दिनों से अपने अधिकारों की मांग करते हुए सड़क पर
बैठे रहे। इस सरकार ने बिजली काटी, पानी बंद किया, मारपीट कराइर्, उन्हें
प्रताड़ित किया, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी, उनकी सुनवाई नहीं की।
प्रधानमंत्री जो अपने शासनकाल में दुनिया के हर कोने तक पहुंच गये वह
दिल्ली इस देश की राजधानी जिसमें वो रहते हैं उसके बॉर्डर तक नहीं पहुंच
पाए। आप किसानों से बात करने के लिए ना वह आए ना उन्होंने किसी को भेजा। जब
नेता का अहंकार इतना बढ़ जाता है कि वह जनता से अलग हो जाता है तो उसकी
नीतियां जनता से भी अलग होती हैं और वह जनता की भलाई के लिए नहीं बनती।
कवि
रामधारी सिंह दिनकर ने कहा था- जब नाश मनुज पर छाता है पहले विवेक मर
जाता है। इस सरकार का विवेक मर चुका है। भगवान कृष्ण इनका भी अहंकार
तोड़ेंगे। आप सब अच्छी तरह जानते हैं कि पिछले सालों में आलू किसानों
की समस्या हुई थी जब कोल्ड स्टोरेज का भाड़ा आलू की कीमत से बढ़ गया था। कई
ऐसे किसान थे जिन्होंने आलू सड़क पर गिरा दिए थे क्योंकि कीमत नहीं मिले थे।
तबसे आज तक क्या परिवर्तन आया है। जिस सरकार ने आपको तमाम वादे किए थे कि
आपकी आमदनी दूनी होगी आपको गन्ने मूल्य का बकाया मिलेगा। उसने आपके लिए कुछ
नहीं किया। आप सब जानते हैं कि गन्ने का बकाया 15000 करोड़ रूपये है आज,
पूरे देश भर का बकाया है।
इन्हीं प्रधानमंत्री ने अपने लिए दो हवाई जहाज
खरीदे हैं उन दो हवाई जहाजों की कीमत 16000 करोड़ रूपये है आपके बकाए की
कीमत 15000 करोड़ रूपये है, आपको बकाया नहीं मिला। लेकिन प्रधानमंत्री जी ने
अपने लिए दो हवाई जहाज खरीदे यह उनकी नीयत है। समझ लीजिए। गन्ने के दाम
वहीं के वहीं हैं। पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ते चले जा रहे हैं। आज बिजली के
दाम बढ़ते चले जा रहे हैं। स्मार्ट मीटर से लूट हो रही है। रसोई गैस की कीमत
बढ़ती चली जा रही है। डीएपी के दाम बढ़ गये हैं। ओलावृष्टि हुई, आपको क्या
मुआवजा मिला? बताइए, मुआवजा मिला? ओलावृष्टि हुई तमाम आपकी जो उपज खराब हुई
आप को मुआवजा नहीं मिला। धान, बाजरा, गेहूं के सही दाम आपको नहीं मिलते।
प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि आपकी भलाई के लिए बनाए गए हैं। कहते हैं कि विपक्ष के नेता आपको गुमराह कर रहे हैं कि आप समझ नहीं पा रहे हैं कि आपकी भलाई के लिए है। लेकिन मैं आपसे पूछना चाहती हूं- क्या आप एक किसान को जानते हो, चाहे मथुरा का किसान हो, चाय वृंदावन का किसान हो, चाहे बरसाने का किसान हो चाहे देश के किसी कोने का किसान हो, कोई भी ऐसा किसान है- जिससे इस सरकार ने पूछा- यह मुझे बता सकते हैं। लेकिन नहीं मिलेगा आपको क्योंकि यह कानून किसी किसान ने नहीं बनाये हैं किसी नोटों की खेती करने वाले ने इस कानून को बनाया है। गेहूं, धान, बाजरा, गन्ना, मक्के, सब्जियों की खेती करने वालों ने नहीं बनाये है यह कानून। यह कानून नोटों की खेती करने वालों ने बनाया है और यह कानून उन्हीं के लिए बना है। यह कानून सिर्फ उन अरबपतियों के लिए बना है।
आज मैं यही सब आपसे कहना चाहती थी। यहां सरकार से पीड़ित कुछ लोग, एक लड़की
मुझसे मिलना चाहती थी, मैं कहना चाहती हूं कि आप घबराइए नहीं, मैं आपसे अलग
से बात करूंगी और मैं एक बार फिर आप सभी को धन्यवाद देते हुए कहना चाहती
हूं कि जो किसान भाई शहीद हुए हैं उनके लिए हम 2 मिनट का मौन रखें।