आरबीएसके ने समीर और शिवांश कों दिया जीवन दान, बच्चों को कन्जनाइटल हार्ट डिजीज से मिली निजात
श्रावस्ती। समाज में किसी भी व्यक्ति के लिए गरीबी अत्यधिक निर्धन होने की स्थिति होती है। यह स्थिति तब होती है जब व्यक्ति को जरूरी भोजन रहने को घर पहनने को कपड़े और बीमार होने पर दवाइयां आदि जैसी जीवन को जारी रखने के लिए महत्वपूर्ण चीजों की कमी एक व्यक्ति को महसूस होती है।
वही आज जहां समाज में यह आम लोगों में धारणा है कि सभी सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार का और घोर अनियमितता का बोलबाला है। वहीं पर सरकार की ऐसी कई योजनाएं हैं जो गरीबों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। केंद्र सरकार की एक ऐसी ही मुहिम एक ऐसी ही योजना है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आर0बी0एस0) के इस योजना के अंतर्गत 38 चयनित स्वास्थ्य स्थितियों के लिए जन्मजात विकृति विशिष्ट रोग (कमी) रोग (विकार) एवं विकास में विलंब के लिए 0 (शून्य) वर्ष से 19 वर्ष तक की आयु वाले बच्चों को डिलीवरी प्वाइंट, आंगनबाड़ी केंद्र व सरकारी स्कूल में जाकर डेडीकेटेड आर0बी0एस0के मेडिकल टीम के द्वारा चिन्हित किया जाता है।
इसी के दृष्टिगत स्वास्थ्य परीक्षण संदर्भन एवं उपचार सुनिश्चित किया जाता है। श्रावस्ती के विकास खण्ड सिरसिया क्षेत्र में हृदय रोग (कन्जनाइटल हर्ट डिजीज/दिल में छेद) से जूझ रहे दो नौनिहालों को चिह्नित कर सिरसिया आर0बी0एस0के टीम ने उन बच्चों का इलाज कराकर उन्हें नया जीवन प्रदान किया है। सिरसिया ब्लॉक के समीर (3 वर्ष) और शिवांश (8 वर्ष) इन दोनों बच्चों के दिल में बचपन से ही कन्जनाइटल हार्ट डिजीज (दिल में छेद) सें ग्रस्त थे। इस कारण यह बच्चे सामान्य जिंदगी नहीं जी पा रहे थे। आर0बी0एस0के टीम ए ने सिरसिया ब्लॉक में कुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण करने के लिए एक अभियान चलाया।
आर0बी0एस0के सिरसिया की मोबाइल हेल्थ टीम ए की टीम डा0 शगुफ्ता शाहीन और डॉ0 शिवानी, स्टाफ नर्स श्यामकली, फार्मेसिस्ट तरुण शुक्ला ने इन बच्चों को अभियान के दौरान चिह्नित कर बच्चों का प्राथमिक स्वास्थ्य परीक्षण किया। स्क्रीनिंग के दौरान उसमें हृदय ग्रसित रोग के लक्षण पाए गए जैसे होठ काले पड़ जाना पूरा शरीर नीला पड़ जाना, हाथ की उंगलियों में सूजन, साँस का फूलना आदि। टीम ने बच्चों के माता पिता को पूरी तरह से बच्चे के बीमारी के बारे में जानकारी देते आश्वस्त कराया कि उनका बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ हो जाएगा और सामान्य बच्चों जैसा हो जाएगा और कोई खर्च नहीं लगेगा। इसके बाद आर0बी0एस0के टीम ने जे0एन0 मेडिकल कालेज अलीगढ़ से संपर्क कर दोनों बच्चों का सरकारी खर्च पर ऑपरेशन व इलाज कराया। अब दोनों बच्चे सफल आपरेशन के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ है और सामान्य बच्चों जैसें स्वस्थ है।
बच्चो के माता-पिता, डा0 एस0के0 सिंह प्रभारी अधीक्षक समुदायिक स्वास्थ केंद्र सिरसिया सहित आर0बी0एस0के टीम, जिला प्रशासन एवं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का बहुत-बहुत आभार व्यक्त किया। आर0बी0एस0के टीम सिरसिया के टीम लीडर डा0 शगुफ्ता शाहीन ने बताया की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं जे0एन0 मेडिकल कालेज अलीगढ़ के सहयोग से सुपर स्पेशलिटी पिडियट्रिक सर्जरी विभाग अलीगढ़ के द्वारा कन्जनाइटल हर्ट डिजीज के लिए निशुल्क सेवा प्रदान की जाती है। वही श्रावस्ती के आर0बी0एस0के नोडल उप मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 संत कुमार और आर0बी0एस0के डीआईसी मैंनेजर प्रतीक शाक्य ने टीम सिरसिया कों बधाई देते हुए कहा की जनपद में आर0बी0एस0के टीम हर ब्लाक में एक्टिव है और अगर जनपद में कोई भी बच्चा किसी भी गंभीर बीमारी सें ग्रसित है तो अभिवावक सूचना जरूर दें। जिससे की उनका इलाज हो सके और वे जिंदगी जी सके।