अपर मुख्य सचिव, गृह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई उ0प्र0 तीरंदाजी संघ की वार्षिक बैठक


लखनऊ तीरंदाजी का खेल एक कुशल तकनीक का परिचायक है जिसमें मस्तिष्क व शरीर के समन्वय की आवश्यकता पड़ती है। बेहतर प्रशिक्षण के माध्यम से खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारा जा सकता है। सम्पूर्ण विश्व में भारत का तीरंदाजी के खेल में विशिष्ट स्थान है। उ0प्र0 तीरंदाजी संघ की आज लोक भवन स्थित कमाण्ड सेण्टर में सम्पन्न वार्षिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने उक्त विचार व्यक्त किये।

बैठक मे जानकारी दी गई कि अयोध्या मे आगामी अगस्त माह में राष्ट्रीय स्तर पर तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना है। अवस्थी ने उ0प्र0 तीरदांजी खेल संघ द्वारा इस दिशा में किये जाने वाले प्रयासों की सराहना करते हुए आश्वासन दिया कि शासन स्तर से इस खेल के विकास के लिये हर संभव मद्द के प्रयास किये जायेगे। उन्होंने यह भी बताया कि उ0प्र0 पुलिस की भर्ती में खिलाड़ियो को भी उचित प्राथमिकता मिलेगी। उन्होंने जिला स्तर पर सक्रिय तीरंदाजी खेल की इकाइयों को जिला प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इससे इस खेल के विकास को नई गति व दिशा प्राप्त करने में मद्द मिलेगी।

अपर मुख्य सचिव, गृह ने यह भी कहा कि महिला सशक्तिकरण के कार्यक्रमों में महिला तीरंदाजो की प्रतिभाओं को भी उचित स्थान दिलाने का प्रयास किया जाय ताकि इस खेल का अधिकाधिक प्रचार प्रसार महिलाओं में हो सके। उन्होंने कहा कि प्रयास किये जाने चाहिए कि तीरंदाजी के खेल में प्रदेश की पहचान न केवल राष्ट्रीय स्तर पर अपितु अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर भी हो सके। बैठक में उ0प्र0 तीरंदाजी संघ के पदाधिकारियों ने प्रदेश के 42 विभिन्न जनपदों से आये तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष/सचिव से गहन चर्चा कर इस खेल को जनपद स्तर पर और अधिक सुदृढ़ एवं विकसित किये जाने के प्रयासो की समीक्षा की तथा इसकी बेहतरी के लिये अपने सुझाव भी दिये।

प्रदेश में तीरंदाजी के बढ़ते खिलाड़ियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए प्रादेशिक तीरंदाजी प्रतियोगिताओं के आयोजन पर भी चर्चा की गयी। उ0प्र0 पुलिस एवं अन्य प्रादेशिक विभागों में खेल का कोटा रखे जाने की व्यवस्था पर भी गहन चर्चा की गयी ताकि प्रदेश की प्रतिभाओं का पलायन रोका जा सके। आगामी ओलम्पिक खेलों एवं विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओ में भारतीय तीरंदाजी दल में उ0प्र0 के खिलाड़ियों की उपस्थिति की सुनिश्चितता पर भी चर्चा की गई।

Popular posts from this blog

स्वस्थ जीवन मंत्र : चैते गुड़ बैसाखे तेल, जेठ में पंथ आषाढ़ में बेल

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ गौरी रूपेण संस्थिता।  नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

!!कर्षति आकर्षति इति कृष्णः!! कृष्ण को समझना है तो जरूर पढ़ें