बाढ़ की अधिक लागत की परियोजनाओं पर लगवाये जाए सीसीटीवी कैमरे- डा0 महेन्द्र सिंह

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री डा0 महेन्द्र सिंह ने बाढ बचाव कार्यों को समयबद्धता गुणवत्ता एवं पूर्ण पारदर्शिता के साथ करने के निदेश सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दिये। आपने कहा है कि वर्ष 2020-21 में बाढ़ की कुल 254 परियोजनाएं चलित है।

146 बाढ़ परियोजनाओं का लोकार्पण मा0 मुख्यमंत्री द्वारा किया जा चुका है। शेष परियोजना मार्च, 2021 तक अवश्य पूर्ण कर ली जाए। उन्होंने कहा है कि मा.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल मार्गदर्शन मे उ0प्र0 बाढ़ नियंत्रण परिषद की स्थाई संचालन समित के द्वारा स्वीकृत परियोजनाओं में से 176 परियोजनाओं पर कार्य प्रारम्भ कराया जा चुका है। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये है कि कार्याें को 15 मई 2021 तक  पूर्ण अवश्य करा लिया जाए। ताकि वर्षा ऋतु के पूर्व कार्य पूर्ण होने से क्षेत्रीय जनता को बाढ़ से बचाव हेतु पूर्ण लाभ मिल सके।

डा0 सिंह ने बाढ परियोजनाओं एंवं ड्रेन की सफाई की प्रगति की समीक्षा वीडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से की। इस समीक्षा बैठक में प्रमुख रूप से मुख्य अभियंता गंडक, गोरखपुर, मुख्य अभियंता गंगा, मेरठ, मुख्य अभियंता यमुना, ओखला, मुख्य अभियंता पूर्वी गंगा, मुरादाबाद, मुख्य अभियंता शारदा सहायक, लखनऊ, प्रबन्ध निदेशक, यूपीपीसीएल लखनऊ, अधीक्षण अभियंता, गाजीपुर/मऊ/सीतापुर/लखीमपुरखीरी एवं अधिशासी अभियंता बस्ती/बलिया/ महाराजगंज/गोंडा/बलरामपुर से बाढ़ की पूर्व से चलित एवं नई परियोजनाओं एवं ड्रेन की साफ सफाई तथा ड्रेन के पुल-पुलियों के मरम्मत के कार्याें की गहन समीक्षा की गयी।

जल शक्ति मंत्री ने सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अधिकरियों को निर्देश दिये कि समस्त कार्यों पर डिस्पेल बोर्ड लगाया जाए जिसमें परियोजना/ड्रेन का नाम, कार्य की लागत, कार्य कराने वाले अधिकारियों के नाम, फर्म का नाम, फर्म का कार्य, सेक्शन इत्यादि अंकित हो, ताकि जन सामान्य को कार्य की जानकारी हो। समस्त अधिकारियों द्वारा आश्वस्त किया गया कि बाढ़ की परियोजनाएं पूर्ण होने से जनपद बाढ़ से सुरक्षित हो जायेगा। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि कार्याें में पारदर्शिता एवं गुणवत्ता लाने के लिए कार्यों का हर स्तर पर पूर्ण डाॅक्यूमेंटेशन किया जाए। कार्य के प्रारम्भ से लेकर पूर्ण होने तक फोटोग्राफ, वीडियों रिकार्डिंग एवं ड्रोन की लागत से डाॅक्यूमेंटेशन का कार्य किया जाए एवं इसे संरक्षित रखा जाए।

डा0 सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिये है कि कार्य की गुणवत्ता के लिये कान्ट्रैक्टर एवं अवर अभियंताओं को संवदेनशील बनाया जाए एवं अच्छे कार्य के लिए प्रेरित किया जाए। माननीय जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन की कार्याें में सहभागिता सुनिश्चित किया जाए। प्रत्येक साइट पर अवर अभियंताओं/सहायक अभियंताओं की जिम्मेदारी निर्धारित की जाए। बाढ़ की अधिक लागत की परियोजनाओं पर सीसीटीवी कैमरे लगवाये जाए। पुरानी चलित परियोजनाओं को मिशन में पूर्ण किया जाए। ड्रेसिंग की समस्त परियोजनाओं वर्षा ऋतु के पूर्व अवश्य पूर्ण कर ली जाए। ड्रेजिंग के फलस्वरूप निकाली गई बालू/स्लिट की नीलामी की कार्यवाही तत्काल की जाए।

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