लखनऊ। उत्तर
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि केन्द्र व राज्य
सरकार नारी की गरिमा, सम्मान व सशक्तीकरण के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए
विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं। नारी की सुरक्षा, सम्मान व
स्वावलम्बन के लिए सरकार, समाज व परिवार को सम्मिलित रूप से सक्रिय और सचेत
प्रयास करना होगा।
समाज को व्यापक जागरूकता तथा सरकार को त्वरित निर्णय
लेकर सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना होगा। उन्होंने सभी सामाजिक,
व्यावसायिक एवं स्वयंसेवी संगठनों से नारी की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन
के साथ जुड़कर उनके सशक्तीकरण की दिशा में आगे बढ़ने का आह्वान भी किया। मुख्यमंत्री आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के
अवसर पर ‘मिशन शक्ति’ के अन्तर्गत विभिन्न परियोजनाओं के
शुभारम्भ/शिलान्यास एवं अलग-अलग क्षेत्रों की अग्रणी महिलाओं के संवाद
कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
इस
अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा माध्यमिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत 22 करोड़
13 लाख 25 हजार रुपये की लागत से निर्मित 13 बालिका छात्रावासों तथा 15
करोड़ 10 लाख 79 हजार रुपये की लागत से निर्मित 04 राजकीय बालिका इण्टर
कॉलेज का लोकार्पण किया गया। उन्होंने 11 महिलाओं रंजना द्विवेदी, सीता कुंवर, कु0 स्नेहा त्यागी, कुसुम, मानमती, सुनीता, आरती, प्रियंका राय, रेनू यादव, सोनी तथा संतोष कुमारी को ‘मिशन शक्ति पुरस्कार’ से
सम्मानित भी किया। कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के सूचना विभाग द्वारा
निर्मित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गयी। फिल्म के माध्यम से महिलाओं की
सुरक्षा, सम्मान व सशक्तीकरण के लिए राज्य सरकार के प्रयासों की जानकारी दी
गयी।
कार्यक्रम
के दौरान मा0 उच्चतम न्यायालय की मा0 न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) ज्ञान सुधा मिश्रा द्वारा 18 पुलिस परिक्षेत्रीय कार्यालयों में महिला
साइबर क्राइम सेल तथा 18 परिक्षेत्र के जनपदों में थाने के समकक्ष एक-एक
महिला पुलिस चौकी-परामर्श केन्द्र का लोकार्पण तथा इण्डियन बैंक की सी0ई0ओ0
एवं प्रबन्ध निदेशक पद्मजा चुन्दुरु द्वारा ‘सेफ सिटी परियोजना’ के
अन्तर्गत लखनऊ सिटी में स्थापित 45 पिंक बूथ, 18 पिंक शौचालय तथा 660
स्ट्रीट लाइट का लोकार्पण एवं नवीन आशा ज्योति केन्द्र भवन का शिलान्यास
किया गया।
कार्यक्रम
में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 04 महिलाओं-रवि रंजना पाल अध्यक्ष जय रतनगढ़ वाली महिला स्वयं सहायता समूह, रसोई,
झांसी, रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से सम्मानित, थारू परम्पराओं से सम्बन्धित
हस्तशिल्प कला उद्योग के प्रति जनजाति महिलाओं को प्रेरित करने में
विशिष्ट योगदान करने वाली जनपद लखीमपुर खीरी की आरती राणा, 20
कि0मी0 की वॉक में राष्ट्रीय कीर्तिमान स्थापित करने तथा टोकियो ओलम्पिक के
लिए क्वालिफाई करने वाली जनपद मेरठ की एथलीट प्रियंका गोस्वामी तथा
जनपद गोरखपुर की होजरी गारमेन्ट्स की उत्पादक एवं व्यवसायी वर्षा
श्रीवास्तव ने अपने अनुभव साझा किये।
मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन की शुरुआत संस्कृत श्लोक ‘राष्ट्रस्य श्र्वः नारी
अस्ति।’ अर्थात नारी राष्ट्र का भविष्य (कल) है। उन्होंने कहा कि ‘नास्ति
मातृसमा छाया, नास्ति मातृसमा गतिः। नास्ति मातृसमं त्राणं, नास्ति मातृसमा
प्रपा।।’ अर्थात माता के समान कोई छाया नहीं, कोई आश्रय नहीं, कोई सुरक्षा
नहीं, माता के समान इस विश्व में कोई जीवनदाता नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति में नवरात्रि, दीपावली, बसन्त पंचमी जैसे
अनेक पर्व, त्योहार मातृ शक्ति से सम्बन्धित हैं। जिस समाज ने सदैव
मातृशक्ति को सम्मान दिया है, उसी समाज में आधी आबादी के साथ बर्बर व्यवहार
सोचनीय है। राज्य सरकार ने महिला सशक्तीकरण को पर्व और त्योहारों से जोड़ा
है। ‘मिशन शक्ति’ को शारदीय नवरात्रि के पर्व पर प्रारम्भ किया गया। आज से
मिशन शक्ति के द्वितीय चरण का शुभारम्भ हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मिशन शक्ति’ का कार्यक्रम नारी सुरक्षा, नारी सम्मान व नारी
स्वावलम्बन के लिए है। नारी की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन से स्वतः ही
उनका सशक्तीकरण होगा। वर्तमान में भी अनेक महिलाएं अपने विशिष्ट कार्यों से
यह महिलाएं समाज को राह दिखा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में मा0
उच्चतम न्यायालय की सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति ज्ञान सुधा
मिश्रा, इण्डियन बैंक की सी0ई0ओ0 एवं प्रबन्ध निदेशक पद्मजा
चुन्दुरु सहित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालीं 04
महिलाएं-रवि रंजना पाल, आरती राणा, प्रियंका
गोस्वामी तथा वर्षा श्रीवास्तव सम्मिलित हो रही हैं। यह महिलाएं
नारी शक्ति का प्रतीक हैं। ‘मिशन शक्ति’ कार्यक्रम को आगे बढ़ाने में
विशिष्ट योगदान के लिए आज 11 महिलाओं को पुरस्कृत किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला अपराधों का प्रमुख कारण जागरूकता का अभाव है। महिला
अपराधों के प्रति जागरूकता के लिए ‘मिशन शक्ति’ कार्यक्रम चलाया गया।
महिलाओं के प्रति अपराधों को शीघ्र कार्यवाही कर नियंत्रित करने के लिए
वीमेन पावर लाइन ‘1090’ को पूरे प्रदेश में क्रियाशील किया गया है। प्रदेश
के सभी जनपदों में महिला हेल्पलाइन ‘181’ संचालित की जा रही है। वीमेन पावर
लाइन ‘1090’ तथा महिला हेल्पलाइन ‘181’ को एकीकृत आपात सेवा ‘112’ से
इण्टीग्रेट किया गया है। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन ‘1076’ भी संचालित की जा
रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग गतिविधियों को सुचारु व
सुविधापूर्ण बनाने के लिए प्रदेश के 59 हजार ग्रामों में बी0सी0 (बैंकिंग
कॉरेस्पॉन्डेण्ट) सखी का गठन किया गया है। इसके अन्तर्गत बी0सी0 सखी के रूप
में महिलाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हो रहे हैं। प्रशिक्षण के उपरान्त
इन्हें गांवों में बैंकिंग सुविधाएं सुलभ कराने के लिए तैनात किया जा रहा
है। इससे गांववासियों को धनराशि की जमा व निकासी के लिए बैंक नहीं जाना
पड़ेगा। प्रदेश में 03 करोड़ 56 लाख जनधन खाताधारी हैं। कोरोना काल में
इन्हें आर्थिक सहायता धनराशि प्रदान की गयी है। नारी की गरिमा व सम्मान की
रक्षा के लिए राज्य में ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के अन्तर्गत 2.61 करोड़ शौचालय
बनाये गये हैं। 56 लाख परिवारों को ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ के तहत
निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन दिया गया है।
कार्यक्रम
को सम्बोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री डॉ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार महिलाओं को बराबरी का दर्जा
दिलाने और उनकी सुरक्षा तथा सम्मान के लिए सतत् प्रयत्नशील है। महिलाओं की
सुरक्षा के लिए विभिन्न जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किये गये
हैं। ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’ के अन्तर्गत 1200 करोड़ रुपये का
प्राविधान किया गया है। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए आज बालिकाओं के
04 इण्टर कॉलेज व 13 छात्रावासों का लोकार्पण किया जा रहा है।
इण्डियन
बैंक की सी0ई0ओ0 एवं प्रबन्ध निदेशक पद्मजा चुन्दुरु ने कार्यक्रम
को सम्बोधित करते हुए कहा कि महिलाएं अत्यन्त क्षमतावान होती हैं, उन्हें
आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। सेफ सिटी परियोजना महिलाओं के
लिए लाभकारी है। महिलाओं की आत्मनिर्भरता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि
इसके लिए महिलाओं को केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के
माध्यम से किये जा रहे सहयोग का लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने प्रयागराज
कुम्भ-2019 और कोविड-19 के प्रबन्धन के लिए राज्य सरकार की सराहना की।
उन्होंने प्रदेश सरकार की ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ योजना की प्रशंसा करते हुए
कहा कि इण्डियन बैंक के मिशन प्रेरणा के तहत इस योजना को बढ़ावा दिया
जाएगा। कार्यक्रम
के अन्त में अपर पुलिस महानिदेशक महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन नीरा रावत ने अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।