लखनऊ। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (संशोधन) अधिनियम-2021
के विरोध में बुधवार को सैकड़ों की संख्या में आम आदमी पार्टी के
कार्यकर्ता 1090 चौराहे पर जमा हुए। हाथों में पोस्टर और तख्तियां लिए ये
कार्यकर्ता केंद्र की मोदी सरकार के विरोध में नारे लगा रहे थे और इस कानून
को वापस लेने की मांग कर रहे थे। यहाँ मौजूद पुलिस ने आप कार्यकर्ताओं पर
लाठीचार्ज किया और उन्हें हिरासत में लेकर इको गार्डन ले गई। विरोध
प्रदर्शन का नेतृव लखनऊ जिला अध्यक्ष वैभव माहेशरी और महानगर अध्यक्ष अमित
त्यागी श्रीवास्तव ने किया।
राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन में आम आदमी
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार
संसद में एक बेहद खतरनाक बिल लाकर चुनी हुई दिल्ली सरकार को कमजोर करने की
साजिश रच रही है। इस बिल के पास होने के बाद एलजी के पास सभी शक्तियां
होंगी और दिल्ली सरकार के सभी प्रस्तावों को लागू करने का फैसला उनकी
मेहरबानी पर निर्भर होगा। ज्ञापन देकर राष्ट्रपति से
मांग की वह हस्तक्षेप कर केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा चोर दरवाजे से लाए
जा रहे इस दमनकारी कानून को रद करें।
जिला
अध्यक्ष वैभव माहेशरी ने कहा कि दिल्ली विधानसभा में मिली करारी हार,
एमसीडी उपचुनाव में शून्य सीट मिलने से भाजपा बौखला गई है। दिल्ली से लेकर
के गुजरात तक जिस तरह से आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता बढ़ी है, उससे भाजपा
परेशान है। इसलिए भाजपा एक बार फिर दिल्ली में षडयंत्र कर रही है। चोर
दरवाजे से संविधान पीठ के फैसले को पलटते हुए दिल्ली की चुनी हुई सरकार को
कमजोर करने और दिल्ली में विकास ठप करने के घिनौना षड्यंत्र में लगी है।
वैभव माहेश्वरी ने कहा कि संसद में जो संशोधन बिल प्रस्तुत किया गया, उससे
साफ है कि भाजपा की मंशा कुत्सित है। माहेश्वरी ने कहा कि पिछली बार जब
दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी
और अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने काम करना शुरू किया
था, उस समय गृह मंत्रालय की तरफ से एक आदेश जारी किया गया और दिल्ली सरकार
के काम की रफ्तार को ठप करने के लिए सारी शक्तियां एलजी को दे दी गई।
दिल्ली सरकार की सभी फाइलें एलजी के जरिए केंद्र सरकार ने एलजी हाउस में
मंगा कर स्टोर कर लिया। शुंगलू कमिटी बनाई गई। लंबे समय तक फाइलों पर बैठकर
काम को ठप किया गया।
आपको यह भी याद होगा कि दिल्ली के अंदर मोहल्ला
क्लीनिक बनाने के प्रस्ताव पर कई साल तक देर किया गया, सीसीटीवी कैमरा की
फाइल को लेकर एलजी हाउस बैठ गया और दिल्ली की जनता के काम ठप हो गए थे। इस
मौके पर आम आदमी पार्टी की महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष नीलम यादव ने कहा
कि दिल्ली की जनता इस बात को लेकर के काफी चिंतित है और उसे समझ में नहीं आ
रहा है कि आखिर यह किया क्यों जा रहा है? अभी दिल्ली सरकार ने एक साल के
करोना काल के बाद दिल्ली विधानसभा में 'देशभक्ति बजट' प्रस्तुत किया है। कई
नई कार्य योजनाएं बनाई गई हैं, जिनको दिल्ली में लागू करना है।
आजादी की
75वीं वर्षगांठ के अवसर पर दिल्ली में देशभक्ति को लेकर अभियान चलाने और
देशभक्ति पाठ्यक्रम को दिल्ली के स्कूलों में लागू करने का निर्णय हुआ।
लेकिन अब केंद्र सरकार के इस काले कानून की वजह से इन सारे प्रस्तावों को
लागू करने का फैसला एलजी की मेहरबानी पर निर्भर होगा। महानगर
अध्यक्ष अमित त्यागी श्रीवास्तव ने कहा कि पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री,
उपमुख्यमंत्री, सत्येंद्र जैन और गोपाल राय, 4 लोग फाइलों को मंजूरी दिलाने
के लिए एलजी हाउस में दिन-रात बैठे रहे। केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट के
आदेशों को खारिज कर नए काले कानून से दिल्ली सरकार की शक्तिया छीनने का काम
कर रही है।
इस विरोध
प्रदर्शन में आप प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान लतीफ, प्रदेश प्रवक्ता प्रिंस
सोनी, प्रदेश सचिव तुषार श्रीवास्तव, ब्रजेश तिवारी, महानगर अध्यक्ष अमित
त्यागी श्रीवास्तव,ललित वाल्मीकि, शहबाज खान, सादाब राइन,बालगोविंद वर्मा,
महेश बाल्मीकि प्रदेश अध्यक्ष एसएसटी विंग,कोरी सन्दीप वर्मा, प्रीति
भारती,एड.नीतू, किश्वर जहां, रही जमाल, अंजू सिंह,
रेखा कुमार, प्रीतपाल सिंह सलूजा, सुभाषनी मिश्रा, नोमान खान, सईद सिद्दकी,
गजाला सिद्दकी, सलमान अली, अमीना बेगम, रामचंद्र आदि सैकड़ों कार्यकर्ता
मौजूद रहे।
शहबाज खान पुलिस की लाठीचार्ज में गंभीर रूप से घायल हो गए
जिन्हें सिविल हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है इनके साथ प्रीतपाल सिंह
सलूजा, नीलम यादव, अफरोज आलम भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। अभी तक कई
पदाधिकारी और कार्यकर्ता पुलिस की गिरफ्त में हैं।