महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं- अजीत कुमार सिंह


आपको सपरिवार महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं। भगवान शिवशंकर की कृपा आप सब पर सदैव बनी रहे। शिवरात्रि अर्थात अंधकार में प्रकाश की सम्भावना। जिस तरह भोलेनाथ प्राणी मात्र के कल्याण के लिए जहर पीकर देव से महादेव बन गए उसी प्रकार हमें भी समाज में व्याप्त निंदा, अपयश, उपेक्षा और आलोचना रुपी जहर को पीकर मानव से महामानव बनना होगा। भगवान् शिव का एक नाम आशुतोष भी है।

आशुतोष भगवान् शिव का यही सन्देश है कि आपको अपने जीवन में जो कुछ भी और जितना भी प्राप्त होता है, उसी में प्रसन्न और सन्तुष्ट रहना सीखें। भगवान शिव इसलिये देवों के देव हैं क्योंकि उन्होंने काम को भस्म किया है। अधिकतर देव काम के आधीन हैं पर भगवान शिव राम के आधीन हैं। उनके जीवन में वासना नहीं उपासना है। शिव पूर्ण काम हैं, तृप्त काम हैं। काम माने वासना ही नहीं अपितु कामना भी है, लेकिन शंकर जी ने तो हर प्रकार के काम, इच्छाओं को नष्ट कर दिया।

शिवजी को कोई लोभ नहीं, बस राम दर्शन का, राम कथा सुनने का लोभ और राम नाम जपने का लोभ ही उन्हें लगा रहता है। भगवान शिव बहिर्मुखी नहीं अंतर्मुखी रहते हैं। अंतर्मुखी रहने वाला साधक ही शांत, प्रसन्न चित्त, परमार्थी, सम्मान मुक्त, क्षमावान और लोक मंगल के शिव संकल्पों को पूर्ण करने की सामर्थ्य रखता है।




      अजीत कुमार सिंह
(जिला मान्यता प्राप्त पत्रकार)
              सम्पादक
(खबरों का आंकलन समाचार पत्र
       एवं वैब न्यूज पोर्टल
एवं महासचिव नवभारत पत्रकार
     एसोसिएशन, लखनऊ

Popular posts from this blog

स्वस्थ जीवन मंत्र : चैते गुड़ बैसाखे तेल, जेठ में पंथ आषाढ़ में बेल

जेवर एयरपोर्ट बदल देगा यूपी का परिदृश्य

भाजपा का आचरण और प्रकृति दंगाई किस्म की है- अखिलेश यादव