सबसे नाक़ाबिल मुख्यमंत्री साबित हुए हैं योगी, यूपी में चल रही है एक अयोग्य सरकार- संजय सिंह
लखनऊ। पंचायत चुनाव में शिक्षकों की कोरोना संक्रमण से मौत के मुद्दे पर शुक्रवार को आम आदमी पार्टी ने योगी सरकार को घेरा। पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा पंचायत चुनाव की प्रक्रिया के दौरान कोविड-19 की गाइडलाइन का यूपी में कतई पालन नहीं हुआ। इसकी वजह से चुनाव ड्यूटी करने वाले शिक्षक, शिक्षामित्र, शिक्षा अनुदेशक और कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ गए और उनको इलाज न मिल पाने की वजह से अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। 700 से ज्यादा शिक्षकों और कर्मचारियों की सरकार की घोर लापरवाही की वजह से असमय मौत हो गई और अभी भी ड्यूटी से लौटे सैकड़ों शिक्षक, कर्मचारी कोरोना संक्रमित होने के बाद मौत से जूझ रहे हैं।
योगी सरकार ने मृत शिक्षकों, कर्मचारियों के परिवार की सुध नहीं ली और न ही ड्यूटी से लौटे कोरोना संक्रमित शिक्षकों, कर्मचारियों के इलाज की कोई समुचित व्यवस्था कर पा रही है। शिक्षा अनुदेशकों को माननीय न्यायालय के आदेश के बावजूद योगी सरकार ने आज तक उनको पूरा मानदेय नहीं दिया, बल्कि सरकार ने पूर्व में मिल रहे मानदेय में कटौती कर दी। बहुत कम मानदेय में परिवार चलाना और इलाज कराना उन सभी के लिये संभव नहीं हो पा रहा है। ऐसे में उनके परिवार में इलाज के अभाव में लोग दम तोड़ रहे हैं। योगी सरकार के खिलाफ शिक्षकों और कर्मचारियों में काफी आक्रोश व्याप्त है। संजय सिंह ने कहा कि श्मशान घाटों पर चारों तरफ लाशों की कतारें लगी हुई हैं, लोग दहशत में हैं।
प्रतिदिन कोई न कोई अपने परिजन को हमेशा के लिए खो रहा है, लेकिन योगी आदित्यनाथ अपने मुख्यमंत्री निवास में बैठकर एक के बाद एक झूठे दावे करके लोगों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम कर रहे हैं। लोगों को ऑक्सीजन, बेड, इलाज नहीं मिल पा रहा है। पब्लिक मर रही है और सीएम व उनकी सरकार आइसोलेशन में है। हालात बहुत भयावह हो चुके हैं। और अब तो योगीराज में स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि लोगों को अंतिम संस्कार के लिए लकड़ियां भी नसीब नहीं हो पा रही हैं। यदि कोई व्यक्ति योगी आदित्यनाथ की बदहाल चिकित्सा व्यवस्था और कुप्रबंधन के खिलाफ बोलता है या सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करता है तो मुख्यमंत्री नाराज होकर उसके खिलाफ कार्यवाही करवा रहे हैं। वह सच छिपाने के लिए लोगों को डराने, धमकाने का काम कर रहे हैं। यह संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह कृत्य बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उत्तर प्रदेश में एक अयोग्य सरकार चल रही है और चारों तरफ भ्रष्टाचार फैला हुआ है। संजय सिंह ने योगी सरकार से मांग की है कि चुनाव ड्यूटी में संक्रमित होकर मरने वाले शिक्षकों, कर्मचारियों के परिवार को 1 करोड़ रुपया की आर्थिक सहायता और उनके परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी तत्काल मुहैया कराई जाए। उन्होंने कहा आम आदमी पार्टी शिक्षकों और कर्मचारियों के प्रत्येक मुद्दे पर हमेशा मुखर होकर आवाज उठाती रही है और इस संकट के दौर में भी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।