स्वतंत्र देव सिंह ने पंचायत चुनाव संचालन समितियों व वार्ड प्रभारियों की बैठक में सौंपा विजय मंत्र


लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव तैयारियों की समीक्षा करने के लिए हरदोई, शाहजहांपुर, बरेली व रामपुर पहुंचे। सिंह ने पंचायत चुनाव संचालन समितियों व वार्ड प्रभारियों की बैठक में विजय मंत्र सौंपते हुए कहा कि पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता स्वयं को प्रत्याशी मानकर चुनाव लड़े। उन्होंने कहा कि 10 से 12 अप्रैल तक सघन जनसंपर्क अभियान में हर घर तक हमें पहुंचना है। साथ ही सेक्टर व मण्डल की टीम की सक्रिय भूमिका पर भी बल दिया।

उन्होंने प्रतिदिन जिला मुख्यालय पर जिलाध्यक्ष व जिला प्रभारी के साथ सभी वार्डों की समीक्षा करने तथा आगामी कार्ययोजना तय करने के लिए जोर दिया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि भाजपा के ईमानदार, निष्ठावान व समर्पित प्रत्याशियों की विजय से जबावदेह पंचायतों का गठन होगा। जिससे पंचायते गांव, गरीब, किसान की खुशहाली का आधार बनेगी और आदर्श ग्राम की परिकल्पना साकार होगी। उन्होंने कहा कि गांव के सर्वांगीण विकास से ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत का संकल्प पूर्ण होगा।


सिंह ने बैठक में कहा कि प्रतिदिन जिला, ब्लाक व ग्राम स्तर पर पंचायत चुनाव की संचालन समिति की बैठक नियमित रूप से करनी है। इसके साथ ही प्रतिदिन कम से कम 8 से 10 बूथों की बैठको के माध्यम से सतत संवाद तथा सतत समीक्षा की रणनीति पर काम करना है। सिंह ने पार्टी पदाधिकारियों से मंत्रणा करते हुए कहा कि सभी वार्ड प्रभारी समूह के साथ अलग-अलग बैठक करें तथा घर-घर सम्पर्क में ग्राम संयोजको की टोली को टास्क सौंपे। इसके साथ ही बस्ते के प्रबन्धन का कार्य अभी से प्रारम्भ करें। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी तथा जिले के बडे नेताओें का वार्ड के गांव में चैपाल कार्यक्रम होंगे।

इसके साथ ही मोर्चों के सम्मेलन बड़ी आबादी वाले गांव में सुनिश्चित किए जाए। जिसकी तैयारी के लिए प्रत्येक गांव से पांच-पांच कार्यकर्ताओं की सूची सभी मोर्चें तैयार करें। उन्होंने कहा कि हमारी सफलता का आधार  मजबूत बूथ समिति तथा सक्रिय पन्ना प्रमुख है।

Popular posts from this blog

स्वस्थ जीवन मंत्र : चैते गुड़ बैसाखे तेल, जेठ में पंथ आषाढ़ में बेल

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ गौरी रूपेण संस्थिता।  नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

!!कर्षति आकर्षति इति कृष्णः!! कृष्ण को समझना है तो जरूर पढ़ें