आयुष मंत्रालय के ऑनलाइन योग प्रशिक्षण कार्यक्रम हजारों लोगों को कर रहे हैं आकर्षित

देश के कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होने के बावजूद कोविड संक्रमण के मामलों की संख्या में हाल में आयी तेजी चिंता का विषय है। इस संदर्भ में, आयुष मंत्रालय के तहत मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (एमडीएनआईवाई) के उच्च गुणवत्ता वाले ऑनलाइन योग प्रशिक्षण कार्यक्रम, जो स्वास्थ्य को बढ़ावा देते और बेचैनी से मुक्त करते हैं, बदले हुए परिदृश्य में आम लोगों को उनके दैनिक जीवन को संतुलित करने के लिए उपयोगी सहायता प्रदान करते हैं।

शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य के अलावा, योग कई लोगों के सामने आने वाले गतिविधि संबंधी संकट को दूर करने के लिए एक सकारात्मक मार्ग भी प्रदान करता है जो महामारी के कारण घर पर रहने के लिए मजबूर हैं। चूंकि कॉमन योग प्रोटोकॉल (सीवाईपी) शुरुआती लोगों के लिए सबसे अच्छा योग पाठ्यक्रम माना जाता है, संस्थान के वर्तमान प्रशिक्षण कार्यक्रमों में से ज्यादातर सीवाईपी से जुड़े हैं। संस्थान वर्तमान में दैनिक आधार पर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कॉमन योग प्रोटोकॉल प्रशिक्षण कार्यक्रमों को स्ट्रीम करता है। ये सीवाईपी के उच्च-गुणवत्ता वाले ऑनलाइन शिक्षाप्रद वीडियो हैं, जिन्हें आम लोगों को घर पर योग का अभ्यास करने में सक्षम बनाने के लिए बनाया गया है।

प्रारंभिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम को योगा स्वयंसेवक प्रशिक्षण (वाईवीटी) पाठ्यक्रम कहा जाता है, क्योंकि यह पाठ्यक्रम, योग की शिक्षा प्रदान करने के अलावा, छात्रों को योग स्वयंसेवकके रूप में आगे बढ़ने का अवसर भी देता है। वाईवीटी पाठ्यक्रम में चार स्तर होंगे, जिनकी कुल अवधि 36 घंटे होगी। पाठ्यक्रम की शुरुआत योगा एप्रीशिएशन प्रोग्राम नामक मॉड्यूल से होगी जो 45 मिनट के दैनिक अभ्यास के साथ चार दिन का होता है और फिर दूसरा मॉड्यूल शुरू होता है, सीवाईपी- परिचय कार्यक्रम 1.5 घंटे के दैनिक अभ्यास के साथ 12 दिनों के लिए होगा। तीसरे मॉड्यूल पर पहुंचने के साथ सीवाईपी- योग साधना 1.5 घंटे के दैनिक अभ्यास के साथ  छह दिनों के लिए होगी। अंतिम मॉड्यूल में दो-दिन (हर रोज छह घंटे) सीवाईपी- स्व अभ्यास, मूल्यांकन और प्रमाणन शामिल हैं।

मूल्यवर्धन के रूप में, संस्थान तात्कालिक पाठ्यक्रम के छात्रों को एक "स्वयंसेवक प्रमाणपत्र" प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है, जो योग प्रमाणन बोर्ड (वाईसीबी) से योग के क्षेत्र में प्रमाणन की देश की सर्वोच्च संस्था है। जहां यह पाठ्यक्रम नि: शुल्क प्रदान किया जाता है, वाईसीबी से प्रमाणपत्र के लिए 250/- रुपये का मामूली शुल्क देना होगा। एमडीएनआईवाई लोगों के लिए पर्याप्त शिक्षण सामग्री और प्रचार सामग्री उपलब्ध करा रहा है, ताकि लोगों और संस्थानों कोयोग सीखने की गतिविधियों के लिए तैयार और हिस्सेदारी में सक्षम किया जा सके। महामारी को देखते हुए लोगों की मण्डली से बचना जरूरी है, और इसलिए संस्थानने योग प्रशिक्षण के लिए वर्चुअल या डिजिटल मोड को अपनाया है। इसने संस्थान को पिछले दो महीनों में हजारों लोगों तक पहुंचने में सक्षम बनाया है।

संस्थान ने यह भी माना है कि आगामी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस-2021, योग सीखने के मामले में लक्ष्य निर्धारण का एक अवसर है, क्योंकि यहभागीदारी की जबरदस्त भावना को प्रदर्शित करता है। इसके अलावा, आम लोगों ने भी समझबूझ के साथ कोरोनोवायरस से लड़ने की इच्छाशक्ति दिखाई है, और उनमें से कई योग को इस लड़ाई में एक मूल्यवान सहायता के रूप में देखते हैं। एमडीएनआईवाई ने सभी को योग प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए महामारी के बीच "योग के साथ रहो, घर पर रहो" संदेश को बढ़ावा दिया है। संस्थान इस वर्ष वर्चुअल या डिजिटल मोड में अतंरराष्ट्रीय योग दिवस 2021 की तैयारी से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों का भी आयोजन करेगा।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस-2021 के आयोजन में अब से सिर्फ दो महीने बचे हैं, ऐसे में यह योग के संदेश को दुनिया भर में फैलाने का एक उपयुक्त समय है। 2021 में योग दिवसके लिए दृष्टिकोण, देखभाल और सावधानी के साथ संयोजन से जुड़ा होगा। विभिन्न डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से योग और स्वास्थ्य के लिए योग के लाभों के बारे में जागरूकता पैदा करने पर मुख्य ध्यान दिया जाएगा। अगर जून, 2021 में स्थिति ठीक हो तो सीमित जन मंडली पर विचार किया जा सकता है। इसलिए, आयुष मंत्रालय और एमडीएनआईवाई महामारी के कारण पैदा हुई चुनौतियों के बीच अपने डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से डिजिटल/वर्चुअल गतिविधियों के दायरे का विस्तार करने के साथ-साथ विभिन्न हितधारकों के साथ साझेदारी का निर्माण कर योग को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने के लिए काम कर रहा है।

योग अपने स्वास्थ्य और कल्याण के पहलुओं के माध्यम से महामारी के बीच भी सकारात्मकता की शुरूआत करने की क्षमता रखता है। आयुष मंत्रालय इस कठिन दौर में सभी हितधारकों से योग के राजदूतों की भूमिका निभाने और महामारी के बीच ज्यादा से ज्यादा लोगों को शारीरिक और भावनात्मक बाधाओं से निपटने के लिए अपने प्रयासों में योग का सहारा लेने के लिए प्रोत्साहित करने की अपील करता है।

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