शून्य से शुरू आम आदमी पार्टी का सफर अब प्रदेश के चौथे बड़े दल के रूप में - सभाजीत सिंह
लखनऊ : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मिली सफलता से उत्साहित आम आदमी पार्टी ने विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। आप समर्थित नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों के साथ साथ पार्टी परिवार में शामिल होने वाले निर्दलीय जिला पंचायत सदस्यों को पार्टी विधानसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी बना सकती है। गुरुवार को ये बातें आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने कहीं।
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव का मॉक ड्रिल माना जा रहा जिला पंचायत का चुनाव पार्टी ने पूरी दमदारी से लड़ा। ग्राम प्रधान एवं क्षेत्र पंचायत सदस्य पद पर भी पार्टी ने समर्थित प्रत्याशी उतारे। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में प्रदेश की जनता ने आम आदमी पार्टी को भरपूर प्यार दिया। इसके दम पर पंचायत चुनाव में आम आदमी पार्टी चौथे नंबर पर काबिज होने में कामयाब रही। यूपी की राजनीति में शून्य से शुरू आम आदमी पार्टी का सफर अब प्रदेश के चौथे बड़े दल के रूप में तब्दील हो चुका है। सभाजीत सिंह ने कहा कि पंचायत चुनाव में आम आदमी पार्टी की सफलता राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की नीतियों पर यूपी की जनता की मुहर है। उत्तर प्रदेश के लोग अब प्रदेश के विकास के लिए यहां भी दिल्ली का केजरीवाल मॉडल लागू करना चाहते हैं। पंचायत चुनाव में आम आदमी पार्टी के पक्ष में लोगों ने बड़ी संख्या में मतदान करके इसका एहसास करा दिया है। पार्टी की सफलता के पीछे हमारे वह सभी समर्पित कार्यकर्ता हैं जो केजरीवाल की नीतियों को लेकर घर घर पहुंचे। इस जीत से हमें नया आत्मविश्वास मिला है। हमारे कार्यकर्ता आप दुगुने जोश के साथ लोगों के बीच दिल्ली में 200 यूनिट मुफ्त बिजली, फ्री पानी, मुफ्त गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और इलाज का मुद्दा उठा रहे हैं। कार्यकर्ताओं का उत्साह देखकर यह साफ लग रहा है कि पंचायत चुनाव की सफलता 2022 में बड़ी जीत में बदलनी तय है। इसके लिए पार्टी अपने लोकप्रिय जिला पंचायत सदस्यों को विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाएगी। जो निर्दलीय जिला पंचायत सदस्य इस बीच पार्टी में शामिल होंगे उन्हें भी विधानसभा का टिकट देने पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने पंचायत चुनाव के नव निर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई देते हुए उनसे जनता की सेवा में जुट जाने की अपील की। कहा कि योगी सरकार के कुप्रबंधन के चलते कोरोना महामारी गांव गांव तक फैल चुकी है। लोग इलाज के लिए परेशान हैं। अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे तो बाजार में सामान्य दवाओं तक की किल्लत है। लॉक डाउन के बीच कई परिवारों में दो जून की रोटी का संकट भी खड़ा हो गया। ऐसे में यह जीत का जश्न मनाने का समय नहीं बल्कि सेवा का मौका है। सभाजीत सिंह ने पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों से महामारी से पीड़ित जनता को हर संभव मदद मुहैया कराने की अपील की।