कोरोना महामारी के दौर में मानव व पर्यावरण के संबंधों पर पुनर्विचार की जरूरत- पोस्टमास्टर जनरल

वाराणसी। पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण बेहद जरुरी है। वृक्ष न सिर्फ हमारे पर्यावरण को शुद्ध करते हैं, बल्कि जीवन के लिए उपयोगी प्राणवायु भी उपलब्ध कराते हैं।  कोरोना महामारी ने भी यही चेताया है कि पर्यावरण से खिलवाड़ घातक है। ऐसे में सम्पूर्ण धरा और प्रकृति को सुरक्षित व संतुलित रखने हेतु हमें पर्यावरण के प्रति लोगों को सजग बनाना होगा। उक्त उद्गार वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने 'विश्व पर्यावरण दिवस' पर वाराणसी कैण्ट प्रधान डाकघर कैम्पस में पौधारोपण करते हुए व्यक्त किये।
 
 
इस अवसर पर डाक विभाग के तमाम अधिकारियों - कर्मचारियों ने भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। पोस्टमास्टर जनरल ने कहा कि, कोरोना महामारी के दौर में मनुष्य और पर्यावरण के संबंधों पर पुनर्विचार करने की जरूरत है। भारतीय परंपरा में पेड़-पौधों को परमात्मा का प्रतीक मान कर उनकी पूजा का विधान बनाया गया है। पर्यावरण शुद्ध रहेगा तो आचरण भी शुद्ध रहेगा। पर्यावरण को शुद्ध और प्रदूषण मुक्त रखने में वृक्षों का महत्वपूर्ण योगदान है। ऐसे में हर व्यक्ति की यह जिम्मेदारी है कि वह एक पौधा अवश्य लगाए।
 
 
कृष्ण कुमार यादव ने इस अवसर पर डाककर्मियों से पर्यावरण में बढ़ रहे प्रदूषण और उसके चलते पैदा हो रही विसंगतियों की ओर ध्यान आकर्षित करके हर डाककर्मी से पौधारोपण द्वारा उनके निवारण में भागीदार बनने का भी आह्वान किया। यादव ने कहा कि हमारी परंपरा में एक वृक्ष को दस संतानों के समान माना गया है, क्योंकि वृक्ष पीढ़ियों तक हमारी सेवा करते हैं। उन्होंने कहा कि पौधारोपण और उनके रक्षण के  दायित्व का निर्वाह कर सृष्टि को भावी विनाश से बचाया जा सकता है। इस अवसर पर वाराणसी पश्चिमी मंडल के अधीक्षक डाकघर संजय कुमार वर्मा, सहायक निदेशक राम मिलन,  सहायक डाक अधीक्षक अजय कुमार, जाँच निरीक्षक श्रीकांत पाल, कैण्ट प्रधान डाकघर के पोस्टमास्टर रमाशंकर वर्मा, राजेंद्र यादव, प्रकाश गुप्ता, राकेश कुमार सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

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