रिकार्ड गेंहू खरीद पर सरकार का दावा झूठा, फर्जी आंकड़े देकर गुमराह कर रही है सरकार- अजय कुमार लल्लू
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी की योगी आदित्यनाथ सरकार किसानों की आर्थिक स्थिति खराब करने के लिये फर्जी आंकड़ेबाजी का सहारा ले रही है मुख्यमंत्री अपनी घोषणा से पलटते हुए गेंहू खरीद के लिये बने क्रय केंद्रों को लगातार बंद करा रहे है जिसके विरोध में आज कांग्रेस ने पूरे उत्तर प्रदेश में बंद हुए गेंहू क्रय केंद्रों पर खरीद चालू रखने के लिये सरकार से मांग करने के लिये धरना प्रदर्शन किया, प्रदेश के सभी 75 जनपदों में आज कांग्रेस ने सरकार की किसान विरोधी नीतियों को लेकर जबर्दस्त विरोध दर्ज कराया।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि गेंहू खरीद केंद्र बंद हो रहे है, मुख्यमंत्री ने वादा किया था कि किसानों की गेंहू उपज को क्रय किया जाएगा, लेकिन सरकार झूठी घोषणाओं के सहारे किसानों को ठग रही है। जबकि सच यह है कि क्रय केंद्र बंद है, सरकार रिकार्ड खरीद का दावा कर रही है जबकि हकीकत में 14 प्रतिशत खरीद करने वाली सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण वह दर दर की ठोकरे खाते हुए औने पौने दामो पर बिचोलिये के हाथ उपज बेचने के लिये भटक रहा है। उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री का बयान पूरी तरह झूठ पर आधारित है, उन्हें खरीद के अपनी ही सरकार के आंकड़ों का ज्ञान नही है। वह बौखला कर झूठ पर झूठ बोल रहे है।
उन्होंने कहा कि अब तक कुल गेंहू उत्पादन का 14 प्रतिशत ही सरकारी खरीद हुई है। जबकि कांग्रेस शासन वाले राज्य पंजाब में संकट काल के समय 35 प्रतिशत से अधिक कुल उपज की खरीद की जा चुकी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कृषि मंत्री को चुनौती देते हुए कहा कि रिकार्ड गेंहू खरीद का उनका दावा पूरी तरह झूठा, फर्जी व आंकड़ेबाजी का खेल है जिसे बताकर वह किसानों को गुमराह कर रहे है। उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री जिस तरह बौखलाकर गेंहू खरीद के दावे कर रहे हैं वह पूरी तरह निराधार व तथ्यहीन है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के चलते किसान तबाह हो गये हैं। जिसके चलते किसान आंदोलित हैं। पांच सैकड़ा किसान भाजपा सरकार के लाये काले कानून के कारण मौत के मुह में चले गए।
योगी सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कारण प्रति किसान का क्रय केन्द्रों पर गेहूॅं की 30 से 50 कुंतल तक ही खरीद की गई जबकि मुख्यमंत्री ने स्वयं कहा था कि जब तक किसान क्रय केन्द्र पर जितना गेहूॅं लेकर आयेगा उसकी खरीद की जाएगी, लेकिन हुआ क्या? क्रय केंद्र ही बंद कर दिए गए और बारिस के कारण किसान का गेंहू सड़ने की स्थित में है और सरकार खरीद करने को तैयार नहीं है। गेहूॅं खरीद पर जब सरकार की पोल खुली तो वह झूठ बोलकर गुमराह करने पर आमादा है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार बंद क्रय केंद्रों को तत्काल खोलकर 15 जुलाई तक गेहूॅं खरीद की व्यवस्था सुनिश्चित करे।