जो खो गया है वह लौटकर नहीं आ सकता

 
अतीत की कड़वी सच्चाईयों से सीखने का प्रयास करें। जीवन से जो चला गया है उसका गम मनाने की बजाय, जो बचा हुआ है उसे सँभालने का प्रयास करें कुछ नई योजनायें बनाकर, नई उम्मीदों के साथ फिर कर्म के रण में उतर जाएँ। जो खो गया है वह तो लौटकर नहीं आ सकता है।
 
अपने नुकसान के लिए किसी को भी दोषी मानने की बजाय, और उससे बदला लेने की बजाय अपनी ऊर्जा को पुनः अपने उद्देश्य में लगायें। अपने पुराने दुःख से, अतीत की बुरी स्मृति से जब तक आप मुक्त ना होंगे तब तक भविष्य का सुनहरा कल आपका आलिंगन कैसे करेगा।

Popular posts from this blog

स्वस्थ जीवन मंत्र : चैते गुड़ बैसाखे तेल, जेठ में पंथ आषाढ़ में बेल

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ गौरी रूपेण संस्थिता।  नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

!!कर्षति आकर्षति इति कृष्णः!! कृष्ण को समझना है तो जरूर पढ़ें