ऐतिहासिक गुरुद्वारा नाका हिंडोला में मनाया गया आषाढ़ माह का संक्राति पर्व

लखनऊ। आज 15-06-2021 दिन मंगलवार को श्री गुरूसिंह सभा, ऐतिहासिक गुरूद्वारा नाका हिन्डोला, लखनऊ में मुख्य ग्रन्थी ज्ञानी सुखदेव सिंह जी ने आषाढ़ माह संक्राति पर्व पर सरबत के भले की अरदास एवं आषाढ़ माह पर व्याख्या करते हुए बताया कि आषाढ़ का महीना तपश से भरा हुआ होता है।
 
इस माह में श्री गुरु अरजन देव जी उपदेश द्वारा क्रोध की अग्नि नाम जपने व ध्यान करने से शान्त हो सकती है। प्रभु भक्ति एवं वाहिगुरु के नाम की ठंडक की वजह से ही श्री गुरु अरजन देव जी गरम तवी पर बैठकर भी मुस्कराते रहे और कहा कि हमारा हृदय नाम जपने से शान्त और ठंडक भरा है। हमें इसकी गरमी महसूस नहीं होती। रागी जत्था भाई राजिन्दर सिंह ने अपनी मधुरवाणी में आषाढ़ तपंदा तिसु लगै हरि नाहु न जिंना पास।। शब्द कीर्तन गायन किया। श्री गुरु सिंह सभा एवं लखनऊ गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष स0 राजेन्द्र सिंह बग्गा ने नगर की संगत को आषाढ़ माह संक्राति पर्व की बधाई दी और संगत को अपने घरों में रहकर इस पर्व को मनाने की अपील की।
 
 
कोविड-19 कोरोना की वैक्सीन लगाने का काम आज भी ऐतिहासिक गुरुद्वारा नाका हिंडोला में जारी रहा 18 साल से 45 साल आयु वर्ग के लोगों में बहुत उत्साह देखने को मिला इसमें 200 लोगों ने टीका लगवाया और 45 साल से उपर 40 लोगों ने टीका लगवाया। सुबह 9.00 बजे से ही युवा वर्ग वैक्सीन लगवाने के लिए गुरुद्वारा परिसर में पहुंच गया 45 साल से अधिक आयु के लोग अधिक संख्या में वैक्सीन लगवाने नहीं पहुंच रहे हैं परंतु युवा वर्ग उत्साह से वैक्सीनेशन में हिस्सा ले रहा है। गुरुद्वारा साहिब में वैक्सीनेशन कार्य का प्रबंध सरदार राजेंद्र सिंह बग्गा के मार्गदर्शन में सतपाल सिंह हरविंदर पाल सिंह नीटा, हरमिन्दर सिंह टीटू कुलदीप सिंह सलूजा राजवंत सिंह बग्गा की देखरेख में चल रहा है गुरुद्वारा साहब में चल रहे वैक्सीनेशन की विशेष बात यह थी कि यहां पर वैक्सीन लगवाने वालों को गुरु का लंगर भी खिलाया गया।

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