मुख्यमंत्री ने कोविड-19 प्रबंधन हेतु गठित टीम-09 को दिशा-निर्देश जारी किये


लखनऊ। जनप्रतिनिधियों, स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्करों, निगरानी समितियों, स्थानीय प्रशासन और जन सहयोग से उत्तर प्रदेश में कोविड की दूसरी लहर नियंत्रित में है। आरटीपीसीआर और एंटीजन टेस्ट की पॉजिटिविटी न्यूनतम स्तर पर है। विगत दिवस 1,23,437 सैंपल आरटीपीसीआर माध्यम से जांचे गए और मात्र 86  सैम्पल में कोविड से संक्रमण की पुष्टि हुई। इसी प्रकार, एंटीजन टेस्ट की पॉजिटिविटी और भी कम है। यह स्थिति संतोषप्रद है। एग्रेसिव ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट का क्रम सतत जारी रखा जाए।

विगत 24 घंटे में प्रदेश में 100 नए मरीजों की पुष्टि हुई है, जबकि 183 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं। इस अवधि में किसी भी जिले में दहाई अंक में कोरोना के नए केस नहीं मिले। वर्तमान में 1,608 एक्टिव केस हैं। प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर और बेहतर होकर 98.6% है। अब तक 16 लाख 82 हजार 924 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं। बीते 24 घंटे 2,76,013 कोविड सैम्पल की जांच की गई और पॉजिटिविटी दर 0.04% से कम रही। प्रदेश में अब तक 06 करोड़ 03 लाख 77 हजार से अधिक टेस्ट हो चुके हैं। कोरोना संक्रमण की नियंत्रित स्थिति के बाद भी एग्रेसिव टेस्टिंग जारी रखी जाए। विगत 24 घंटे में 07 लाख 23 हजार 405 प्रदेशवासियों ने टीका-कवर प्राप्त किया। वर्तमान में टीकाकरण की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है। अब तक 03 करोड़ 68 लाख 24 हजार से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। वैक्सीन की उपलब्धता के लिए भारत सरकार से सतत संवाद बनाये रखा जाए। गांवों में कॉमन सर्विस सेंटरों के माध्यम से लोग टीकाकरण के लिए पंजीयन कराया जा सकता है।

इस निःशुल्क व्यवस्था के बारे में लोगों को जागरूक किया जाए। अलीगढ़, कासगंज, श्रावस्ती के बाद अब पीलीभीत जनपद में भी कोरोना का कोई एक्टिव केस शेष नहीं है। सभी संक्रमित मरीज उपचारित होकर स्वस्थ हो चुके हैं। अगले एक सप्ताह तक अगर इन जिले में संक्रमण का कोई नया केस नहीं मिलता है, तो जनपदों को पुरस्कृत किया जाएगा। जिले में एग्रेसिव टेस्टिंग जारी रखी जाए। टेस्ट में कोई कमी न हो। ब्लॉक प्रमुख पदों पर निर्वाचन के लिए आज मतदान हो रहा है। एक-एक विकास खंड की स्थिति पर सीधी नजर रखी जाए। विजयी और पराजित प्रत्याशियों को पुलिस निगरानी में उनके आवास तक पहुंचाने की व्यवस्था हो। पुलिस बल अतिरिक्त सतर्कता और संवेदनशीलता के साथ मुस्तैद रहे। माहौल बिगाड़ने वाले लोगों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ तत्काल कठोरतम कार्रवाई की जाए। ग्राम पंचायत, नगरीय निकायों, जिला पंचायत और ब्लॉक स्तर पर निर्वाचित प्रतिनिधियों को कार्यों में सहयोग प्रदान करने के लिए प्रबंधन/तकनीकी उपाधिधारी युवाओं की सेवाएं लेने पर विचार किया जाए।

यह युवा, निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के दैनिक कार्यों में तो सहयोग करेंगे ही, अपने प्रोफेशनल कौशल से विकास योजनाओं की रूपरेखा तय करने और आर्थिक प्रबंधन में भी उपयोगी सिद्ध होंगे। इन युवाओं को शासन द्वारा विशेष रूप से प्रशिक्षित भी कराया जाए, ताकि शासन की नीतियों/प्राथमिकताओं समझ सकें। जनप्रतिनिधियों की दूरदर्शिता, शासकीय अधिकारियों का अनुभव और इन युवाओं का व्यावसायिक कौशल समन्वित भाव के साथ जब कार्य करेगा तो निश्चित ही जन आकांक्षाएं भी पूर्ण होंगी। यह सरकार के ब्रांड एम्बेसडर होंगे। ग्राम पंचायत, नगरीय निकाय, जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत के साथ प्रत्यक्ष रूप से कार्य का अनुभव इन युवाओं का कौशल उन्नयन करने वाला भी होगा। इस संबंध में ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज तथा नगर विकास विभाग द्वारा विचार-विमर्श कर विस्तृत कार्ययोजना तैयार किया जाए। प्रदेश में एक्सप्रेस-वे निर्माण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। प्रदेशवासियों को बहुत जल्द पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उपहार मिलने जा रहा है। सभी एक्सप्रेस-वे के किनारे औद्योगिक क्लस्टर के विकास की कार्ययोजना भी तैयार की जाए।

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