1987 बैच के IPS मुकुल गोयल ने यूपी डीजीपी का पदभार संभाला
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के डीजीपी मुकुल गोयल ने डीजीपी का चार्ज
संभाल लिया है। सुबह करीब 10 बजे लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे। इसके बाद
मुख्यममंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए लोकभावना पहुंचे। इसके बाद
सीधे गोमतीनगर विस्तार स्थित यूपी पुलिस के मुख्यालय पर पहुंच कर डीजीपी का
पदभार संभाला।
डीजीपी मुकुल गोयल ने पदभार संभालने से पहले हनुमान सेतु
पहुंच कर भगवान हनुमान के दर्शन भी किये। डीजीपी ने कहा कि जब मैं एडीजी
कानून व्यवस्था था, तब इस पुलिस मुख्यालय के लिए जमीन ली गई थी। आज यहां
बैठकर अच्छा लग रहा है। डीजीपी
मुकुल गोयल ने कहा कि करीब 5 साल बाद लखनऊ आना हुआ। प्रदेश की कानून
व्यवस्था और बेहतर करने का प्रयास करेंगे। मेरी ये कोशिश रहेगी कि मेरे
पुलिसकर्मी और अधिकारि जनता से जुड़े, ताकि जनता और पुलिस के बीच की दूरी कम
हो। कभी कभी पुलिस छोटे अपराधों को नजरअंदाज करती है, जिससे जनता को
समस्या का सामना करना पड़ता है, और यही कभी कभी बड़ी घटना का रूप ले लेती है।
आज के दौर में जो पुलिस का कार्य है उसमें जब तक टेक्नोलॉजी का प्रयोग न
हो तो कमी रहती है। प्रयास रहेगा इसका प्रयोग किया जाए। सभी अधिकारी फील्ड
में जाएं। ज्यादा से ज्यादा जनता से मिलें। वहीं,
नवनियुक्त डीजीपी मुकुल गोयल ने बिकरु कांड पर कहा कि पुलिस और अपराधी के
गठजोड़ की वजह से इतनी बड़ी घटना हुई थी। अब ऐसी घटनाएं फिर से न हो। आगामी
विधानसभा चुनाव 2022 शांतिपूर्ण संपन्न करवाने के लिए रणनीति बनाई जाएगी।
धर्मांतरण के मामले में दोषियों को सजा होगी। कोई भी निर्दोष जेल नहीं
जाएगा। अफवाहों को रोकने के लिए सोशल मीडिया पर ठोस नियम बनाए जाएंगे। छोटे
अपराधों को पुलिस नजरअंदाज करती है। इसलिए क्राइम बढ़ता है। पुलिस ज्यादा
से ज्यादा समय फील्ड में दिखें और हर पीड़ित की सुनवाई हो। नवनियुक्त
डीजीपी ने कहा कि स्मारक घोटाले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
साइबर क्राइम को रोकने के लिए हर जोन में 18 थाने बने हैं। पुलिस को
हाईटेक उपकरण और सॉफ्टवेयर मुहैया करवाए जा रहे हैं। साम्प्रदायिक हिंसा और
विवाद को रोकने के लिए ठोस योजना बनेगी। महिला सुरक्षा के लिए महिला थाना,
पिंक बूथ, महिला हेल्प डेस्क बने हैं और भी सुविधाओं को विकसित किया
जाएगा। मुकुल
गोयल को विधानसभा चुनाव से पहले डीजीपी पद की जिम्मेदारी सौंपकर यूपी
सरकार ने उन पर भरोसा जताया है। उनके कार्यभार ग्रहण करने के बाद पुलिस
विभाग में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेरबदल की संभावना जताई जा रही है।
खासकर कई डीजी और एडीजी रैंक के अफसरों अधिकारियों को इधर से उधर किया जा
सकते है।