वर्ष 2021-22 के लिए कुल 43696.00 लाख के परिव्य्य का किया गया प्रस्ताव
लखनऊ। आज कलेक्ट्रेट सभागार में मंत्री वित्त, संसदीय कार्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश सरकार/ प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षता में जिला योजना की बैठक आहूत की गई। अध्यक्ष द्वारा समस्त अधिकारीगण को निर्देश दिया कि वृक्षारोपण, पेयजल व स्कूलो की बाउंड्री से सम्बंधित कार्यो को प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। साथ ही निर्देश दिया गया कि व्यक्तिगत रूप से जो भी समसयाएं जनप्रतिनिधियों द्वारा बैठक में उठाई गई है, उन सभी समस्याओं का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण 1 सप्ताह के भीतर सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने कहा कि वन विभाग की भूमि पर जो भी अतिक्रमण है उन्हे अविलम्ब हटाकर वृक्षारोपण हेतु लोगों में जागरूकता लायी जाये जो भी वृक्ष लगायें जाये उनकी सुरक्षा की जाये वृक्षारोपण के लिय टी-गार्ड की व्यवस्था की जाये, उन्होंने कहा कि लखनऊ कानपुर रोड़ की सर्विस लाइन के अन्तर्गत जो वन विभाग की भूमि है उस पर वृक्षारोपण कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा जनप्रतिनिधि जब ग्रामीण भ्रमण पर जाये तो सामुदायिक शौचालयों का अवश्य निरीक्षण कर ले। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में जनसहभागिता होनी चाहिए। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी से कहा कि प्रत्येक सप्ताह में कम से कम दो दिन ग्रामीण भ्रमण किया जाये ग्रामीण भवन की जानकारी जनप्रतिनिधियों को भी उपलब्ध करायें।
बैठक में जनप्रतिनिधियों के द्वारा प्रभारी मंत्री को अवगत कराया गया कि सफाई कर्मी स्वंय कार्य पर न जा कर अपने स्थान पर दूसरे व्यक्तियों द्वारा सफाई कार्य कराते है प्रकरण की जांच हेतु जिला पंचायत राज अधिकारी को जांच कर एक सप्ताह में निर्देश दिये। साथ ही कड़े निर्देश दिए कि जो भी सफाई कर्मचारी अपने स्थान पर किसी दूसरे व्यक्ति से कार्य कराते हुए पाए जाएगे उनको तत्काल सस्पेंड किया जाएगा। उन्होंने कहा कि समस्याओं का त्वरित निस्तारण गुणवत्तापूर्ण व समस्या के अन्तिम छोर पर किया जाये इससे जनता में विश्वास पैदा होता है। उन्होने कहा कि जो भी जर्जर विद्यालय है उनका निरीक्षण कर रिर्पोट एक सप्ताह में प्रस्तुत करें, यदि कोई नई पी0एच0सी0/सी0एच0सी0 बने तो उसमें पहले पदों का सर्जन किया जायें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक माह के प्रथम शनिवार को सभी अधिकारी/कर्मचारी निर्धारित समय से एक घण्टा पूर्व कार्यालय आकर अपने अपने पटल की साफ-सफाई अवश्य करें।
उक्त के साथ ही प्रभारी मंत्री द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर के द्वितीय तल पर नवीन भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी सभागार/वीडीयो कांफ्रेंसिंग रूम का लोकार्पण भी किया गया। अध्यक्ष द्वारा ज़िला योजना समिति की बैठक में 42 बिंदुओं के लिए प्रस्तावित परिव्ययो पर गहन समीक्षा की। वर्ष 2021-22 के लिए कुल 43696.00 लाख के परिव्य्य का प्रस्ताव किया गया है। जिसमे 16729.29 लाख पूंजीगत और 26966.71 लाख राजस्व के मद में है। अध्यक्ष द्वारा बताया गया कि कृषि क्षेत्र हेतु 5048.54 लाख के परिव्यय का प्रस्ताव किया गया है। जिसमे कृषि विभाग को तिलहनी फसलों को प्रोत्साहित करने हेतु राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजनांतर्गत वर्ष 2021-22 के लिये 30 लाख के परिव्यय का प्रस्ताव किया गया है। लघु एवं सीमांत कृषकों की सहायता हेतु 501.50 लाख, गहरे नलकूप हेतु 17.80 लाख, मध्यम नलकूप हेतु 1224 लाख, ग्राउण्ड वाटर चार्जिंग/चेक डैम हेतु 185.23 लाख, पशुपालन हेतु 520 लाख, दुग्ध विकास हेतु 1096.67लाख, जनपद की सहकारी समितियों के जर्जर गोदामो की मरम्मत व बाउंडरी वाल के निर्माण हेतु 1233.34लाख और राजकीय लघु सिंचाई हेतु 240 लाख के परिव्वय का प्रस्ताव किया गया।
अध्यक्ष द्वारा बताया गया कि वनीकरण हेतु 1252.60 लाख के परिव्यय का प्रस्ताव किया गया है। जिसमे शहरी समाजिक वानिकी के अंतर्गत विभिन्न मार्गो के किनारे 5000 ब्रिक गार्ड मय पौधरोपण, 200 वृक्षारोपण प्रथम संवर्धन, 355 द्वितीय संवर्धन, 5000 एच0डी0पी0ई0 बैग में बड़ी पौध उगान हेतु 167.67 लाख व ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक वानिकी के अंतर्गत 1084.93 लाख के परिव्वय का प्रस्ताव किया गया है। अध्यक्ष द्वारा बताया गया कि प्रदूषण से छुटकारा पाने के लिये वृक्षारोपण अतिमहत्वपूर्ण है। साथ ही निर्देश दिया कि समस्त स्थलों पर वृक्षारोपण ट्री गार्ड के साथ किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि वृक्षारोपण के साथ वृक्षों पर नम्बरिंग भी की जाए जिससे उनकी मॉनिटरिंग भी कराई जा सकें। बैठक में संज्ञान में आया कि शहरी क्षेत्रों पौधों को सुरक्षित रखने के लिए ट्री गार्ड नही लगे हुए है। जिसके लिए निर्देश दिया गया कि वृक्षारोपण के साथ साथ पौधों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान दिया जाए। साथ ही निर्देश दिया कि स्कूल/कालेजो, हाईवे के किनारे व पार्को आदि में वृक्षारोपण करना सुनिश्चित कराया जाए।