‘मिशन शक्ति’ के तीसरे चरण का अभियान का शुभारंभ 30 जुलाई को किया जाएगा- मुख्य सचिव


लखनऊ उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में ‘मिशन शक्ति’ के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की गयी। बैठक में कृषि, पंचायती राज, राजस्व, महिला कल्याण तथा बाल विकास एवं पुष्टाहार, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास, युवा कल्याण, बेसिक शिक्षा, समाज कल्याण, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास, चिकित्सा शिक्षा, संस्कृति, माध्यमिक शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा, औद्योगिक विकास, ग्राम्य विकास, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, परिवहन, नगर विकास, पशुपालन, अल्पसंख्यक कल्याण तथा सहकारिता विभाग उपस्थित थे।
 
बैठक का संचालन अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी द्वारा किया गया। अपने सम्बोधन में मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने बताया कि प्रदेश में महिलाओं और बेटियों को स्वावलम्बी बनाने के लिए ‘मिशन शक्ति’ के तीसरे चरण का अभियान का शुभारंभ 30 जुलाई को किया जाएगा। उन्होंने सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिये कि माह दिसम्बर तक की साप्ताहिक कार्य योजना आगामी 02 दिवसों में उपलब्ध कराएं। उन्होंने ‘मिशन शक्ति’ हेतु नामित नोडल विभाग गृह एवं महिला कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि आपस में बेहतर सामंजस्य स्थापित कर अभियान को सफल बनाया जाये।
 
तिवारी ने कहा कि ‘मिशन शक्ति’ अभियान में महिलाओं को जागरूक एवं स्वावलम्बी बनाये जाने हेतु आम-जनमानस का भी अधिक से अधिक सहयोग प्राप्त किया जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं में अधिक से अधिक महिलाओं को भागीदार बनाकर उनके जीवन स्तर को उच्च एवं उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जाये। उन्होंने बताया कि इस बार के अभियान में घरेलू महिलाओं को घर पर ही रहकर आत्मनिर्भर बनाये जाने पर फोकस किया जायेगा। उन्होंने निर्देश दिये कि ‘मिशन शक्ति’ पोर्टल को यथाशीघ्र विकसित कराकर महिलाओं हेतु चलाये जाने वाले कार्यक्रमों की जानकारी उक्त पोर्टल पर अपलोड कराया जाये। उन्होंने कहा कि ‘मिशन शक्ति’ के अन्तर्गत प्रदेश की महिलाओं को शिक्षित, सशक्त, स्वावलम्बी और आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया जायेगा।
 
उन्होंने कहा कि तीसरे चरण में ‘मिशन शक्ति’ के अर्न्तगत नवचयनित महिला ग्राम प्रधानों को भी इस अभियान से जोड़कर उनकी अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित कराई जाये। उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर पर महिलाओं को सशक्त एवं जागरूक करने में महिला ग्राम प्रधानों की भूमिका भी अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि अभियान के अन्तर्गत महिलाओं के उत्थान हेतु विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं व्यक्तियों द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्यों हेतु उन्हें सम्मानित भी किया जायेगा। उन्होंने कहा कि तीसरे चरण को स्वास्थ्य विभाग से जोड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि जिले स्तर पर जागरूकता अभियान कार्यक्रम भी आयोजित कराये जायें, इनमें स्कूल, कॉलेज के अध्यापकों और प्रधानाचार्यों को भी जोड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने हेतु कौशल विकास विभाग द्वारा उन्हें प्रशिक्षित किया जाये तथा अधिक से अधिक रोजगार भी उपलब्ध कराया जाये।
 
उन्होंने कहा कि महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा एवं स्वावलम्बन के लिए जनपद के प्रत्येक तहसील में स्थापित महिला हेल्प डेस्क को प्रभावशाली ढ़ंग से संचालित किया जाये। उन्होंने कहा कि हेल्प डेस्क में प्राप्त होने वाली शिकायतों के अनुश्रवण की भी प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। मुख्य सचिव ने कहा कि महिलाओ, छात्राओं एवं अध्यापिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण तथा शारीरिक/मानसिक यौन शोषण के विषय में विधिक जानकारी हेतु जागरूक किया जाये। औद्योगिक विकास विभाग द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा हेतु मिशन शक्ति के रूप में व्यापारिक प्रतिष्ठानों में जागरूकता गोष्ठी एवं कार्यशालाएं आयोजित की जायें। समय-समय पर विभिन्न विभागों द्वारा आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों का सूचना विभाग द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाये।

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