मुख्य सचिव की अध्यक्षता में सोशल आडिट संगठन की गवर्निंग बाॅडी की 9वीं बैठक आयोजित
लखनऊ। मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित
सोशल आडिट संगठन की गवर्निंग बाॅडी की बैठक में संगठन के कार्यों की गहन
समीक्षा की गयी। अपने सम्बोधन में मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने
कहा कि वित्तीय वर्ष, 2020-21 के आडिट के लिए अगले 03 दिवस में कार्ययोजना
तैयार कर ली जाये।
उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2019-20 के अवशेष ग्राम
पंचायतों का भी आडिट अगले 02 माह में पूरा कर लिया जाये। उन्होंने कहा कि
सोशल आडिट में जिन ग्राम पंचायतों में वित्तीय अनियमित्ताएं पाई गई हैं,
उनमें तत्परता से कार्यवाही की जाये तथा दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही
की जाये। उन्होंने राज्य एवं जिला स्तर पर विजिलेन्स आफीसर भी नामित करने
के निर्देश दिये। बैठक
का संचालन करते हुए अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज
कुमार सिंह ने बताया कि उ.प्र. सोशल आडिट संगठन जिसका गठन 03 अगस्त, 2012
को किया गया है, के द्वारा ग्राम पंचायतों का सोशल आडिट किया जाता है, इसके
लिए जिला स्तर पर जिला सोशल आडिट कोआर्डिनेटर तथा विकास खण्ड स्तर पर
ब्लाॅक सोशल आडिट कोआर्डिनेटर तैनात किये गये हैं।
उन्होंने उक्त के
सम्बन्ध में ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा गाइडलाइन्स से भी
अवगत कराया। उन्होंने बताया कि जिला/ब्लाॅक कोआर्डिनेटर्स का चयन सेवा
प्रदाता के माध्यम से 01 वर्ष के लिए किया जाता है तथा 11 बिन्दुओं पर
मूल्यांकन के आधार पर 01 वर्ष के लिए नवीनीकरण अथवा सेवा से पृथक कर दिया
जाता है। उन्होंने
बताया कि सोशल आडिट रिसोर्स पर्सन्स द्वारा प्रत्येक माह प्रत्येक ग्राम
पंचायत में चल रहे कार्यों का भौतिक सत्यापन श्रमिकों को मिल रही धनराशि का
सत्यापन एवं अभिलेखों के रख-रखाव का परीक्षण किया जाता है। माह सितम्बर,
2020 से माह फरवरी, 2021 के मध्य चार चक्रों में 1,94,679 आडिट संगठन
सम्पन्न किये जा चुके हैं। सोशल आडिट में पाई गई कमियों की रिपोर्ट
कार्यक्रम अधिकारी को प्रेषित की जाती है, जिस पर उनके द्वारा अग्रेतर
कार्यवाही की जाती है।