पीसीएस संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट हरिशंकर पांडेय ने थामा AAP का दामन
लखनऊ। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सांसद
संजय सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह की मौजूदगी में पीसीएस संघ के
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट हरिशंकर पांडेय को पार्टी की सदस्यता ग्रहण
कराते हुए कहा कि जल्द ही हरिशंकर पांडेय को पार्टी बड़ी जिम्मेदारी देंगे
और मुझे भरोसा है कि हरिशंकर पांडेय अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए प्रदेश
के ईमानदार और प्रोफेशनल लोगों को पार्टी से जोड़ेंगे इसके साथ ही पार्टी ने
योगी सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ जो लड़ाई छेड़ रखी है उसको कानूनी जामा
पहनाने का काम करेंगे।
प्रदेश इकाई जल्द ही
प्रोफेशनल विंग का गठन करेगी। विंग का स्वरूप हरिशंकर पांडेय एवं अन्य
वरिष्ठ नेताओं से विचार विमर्श के बाद तय होगा। प्रदेश प्रभारी ने हरिशंकर
पांडेय का स्वागत करते हुए कहा कि जल्द उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी
जाएगी। वह आगे प्रदेश भर में पार्टी के साथ प्रबुद्ध जन, प्रोफेशनल
एवं पूर्व अधिकारियों को जोड़ने का काम करेंगे। संजय
सिंह ने प्रदेश के विभिन्न पदों पर 38 वर्षों तक सेवा करने वाले हरिशंकर
पांडेय को पार्टी की टोपी भेंट करके आप की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर
हरिशंकर पांडेय ने कहा कि बीते कुछ समय के दौरान संजय सिंह ने जिस तरह से
सरकार के घोटालों के खिलाफ आवाज उठाई, उससे उनकी निडरता और बेबाकी का मुरीद
हो गया। कई दिनों से आम आदमी पार्टी के क्रियाकलापों पर नजर रखे था।
यह एक
ऐसी पार्टी है जो किसी जाति-धर्म की बात नहीं करती, बल्कि पूरे समाज के
विकास के लिए काम करती है। पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली
का विकास करके जो मॉडल पेश किया, वो आज पूरे देश के लिए नजीर बन चुका है।
यूपी में संजय सिंह के नेतृत्व में विकास का वही मॉडल लागू कराना मेरा
सपना है। आज पार्टी के सिपाही के रूप में मुझे इसके लिए जो मौका मिला, उसके
लिए प्रदेश प्रभारी का आभार। हरिशंकर पांडेय ने हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ
में प्रेक्टिस की जानकारी देते हुए कहा कि पार्टी ने हाल फिलहाल
रामजन्मभूमि के लिए हुई भूमि खरीद में भ्रष्टाचार सहित कोरोना की तीसरी
लहर के नाम पर जारी तैयारी में धांधली के जो मामले उठाए, उसका मैंने विधिक
परीक्षण किया है। इन दोनों मामलों में एक अधिवक्ता के रूप में पार्टी की
ओर से छेड़ी गई लड़ाई को आगे बढ़ाऊंगा।
हरिशंकर पांडेय ने प्रमुख सचिव की
ओर से ब्लैकलिस्टेड फर्म द्वारा दो से तीन गुना कीमत पर चिकित्सकीय
उपकरण की खरीद के आदेश का जिक्र करते हुए इसे बड़ा भ्रष्टाचार बताया। संजय
सिंह ने भाजपा पर चुनाव के समय शहीदों के नाम पर वोट की राजनीति करने का
आरोप लगाया। इसके पक्ष में आगरा में लगी पुलवामा के शहीद की प्रतिमा का
जिक्र किया। कहा कि दो साल से लगातार शहीद की पत्नी लखनऊ के चक्कर लगा
रही है, लेकिन मुख्यमंत्री को शहीद कौशल रावत की प्रतिमा के अनावरण के लिए
समय नहीं मिल रहा। बेसिक शिक्षा विभाग ने एक दिन की तनख्वाह काटकर शहीद
के परिवार की मदद करने की बात कही थी, लेकिन आज तक यह 65 लाख की धनराशि
नहीं मिल पाई है। गांव में शहीद के नाम पर गेट तक नहीं बन पाया है। यह
भाजपा और उसके मुख्यमंत्री का असली चेहरा है।
एक
सवाल के जवाब में संजय सिंह ने स्पष्ट किया कि विधानसभा चुनाव में
पार्टी की ओर से प्रत्याशी चयन का वही आधार होगा, जो हमेशा से रहा है।
पार्टी ट्रिपल सी फार्मूले पर टिकट का फैसला लेगी। यानी क्राइम, करप्शन और
कैरेक्टर को ध्यान में रखकर ही प्रत्याशियों का चयन किया जाएगा। संजय
सिंह ने अखिलेश यादव से हुई मुलाकात को शिष्टाचार भेंट के तौर पर देखने
की बात कही। एक सवाल के जवाब में बोले- कई बार कहा है, आज एक बार फिर दोहरा
दे रहा हूं हम संगदिली से राजनीति नहीं कर रहे हैं। ओमप्रकाश राजभर जी से
दो बार मुलाकात हुई और इसी क्रम में अखिलेश यादव से मुलाकात हुई, उनको
जन्मदिन की बधाई दी और ये एक शिष्टाचार मुलाकात रही । आगे जो भी निर्णय
लेंगे, उससे आपको अवगत करा देंगे।
संजय
सिंह ने प्रदेश की बदहाल कानून व्यवस्था पर योगी सरकार को घेरते हुए कहा
कि प्रतिशोध और नफरत की राजनीति के खिलाफ सबको एकजुट होकर खड़ा होना होगा।
जिस तरह से बलात्कार, हत्या, लूट व अन्य आपराधिक घटनाएं बढ़ी हैं, उसके
खिलाफ अब सबको एक साथ आवाज उठानी होगी। बिकरू कांड में एक जाति विशेष के
खिलाफ दुर्भावना से कार्रवाई करने में जुटी योगी सरकार के खिलाफ भी संजय
सिंह ने विपक्ष से एकजुटता की अपील की। कहा कि चार महिलाएं और एक बच्चा
सिर्फ इसीलिए जेल में डाले गए हैं, क्योंकि वो ब्राह्मण हैं। संजय
सिंह ने जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर आए सवाल पर कहा कि योगी सरकार
ने इसे भ्रष्टाचार, धनबल और बाहुबल को समर्पित कर दिया है। पंचायत की
इकाई काे मजबूत करने का जो सपना राष्ट्रपिता ने देखा था, वह इस तरह से भला
कैसे पूरा होगा।
उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लाक प्रमुख के
चुनाव निरस्त कराकर इसे सीधे जनता से कराने की मांग की। बाकी आठ तारीख से
हम लोग सदस्यता अभियान में जुट रहे हैं। लक्ष्य है एक करोड़ नए सदस्य
बनाने का। यह अभियान प्रदेश में सत्ता परिवर्तन की पृष्ठभूमि तैयार
करेगा। संजय
सिंह ने एक सवाल के जवाब में राफेल खरीद पर न्यायालय के फैसले के बाद कोई
सवाल उठाने से मना किया। हालांकि, उन्होंने कहा कि न्यायालय में फैसला
दिए गए तथ्यों एवं दस्तावेजों के आधार पर होता है। इस मामले में केंद्र
सरकार ने मनमाने दस्तावेज जमा किए। इस आधार पर फैसला हुआ, लेकिन एक सवाल
का जवाब भाजपा आज तक नहीं दे सकी कि 500 करोड़ का जहाज 1600 में क्यों
खरीदा गया।