भारत-जापान दोस्ती की मिसाल रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर बनकर हो गया है तैयार


काशी। देश की सांस्कृतिक राजधानी काशी में भारत-जापान दोस्ती की मिसाल रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर बनकर तैयार हो गया है। जापान के सहयोग से वाराणसी में बनने वाले इस कन्वेंशन सेंटर का 100 फीसदी तक काम पूरा हो चुका है। प्रधानमंत्री इस हाइटेक कन्वेंशन सेंटर को 15 जुलाई 2021 जनता को समर्पित करेंगे।
 


इस सेंटर के बाहरी हिस्से में एल्युमिनियम के 108 बड़े रुद्राक्ष लगाए गए हैं, जो इसकी सुंदरता में चार चांद लगा रहे हैं। इस अत्याधुनिक कन्वेंशन सेंटर में देसी संग विदेशी सैलानी गीत, संगीत, नाटक और प्रदर्शनी का लुत्फ उठा सकेंगे। तीन एकड़ में तैयार यह कन्वेंशन सेंटर दुनियाँ के अत्याधुनिक उपकरणों से लैस है। इस कन्वेंशन सेंटर में एक साथ 1200 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। 

कन्वेंशन सेंटर रुद्राक्ष भारत व जापान की दोस्ती का प्रतीक है। खासतौर पर संगीत तीर्थ के लिए जापानी तकनीकी व वास्तुकला का नायाब नमूना है। सेंटर का ऊपरी हिस्सा शिवलिंग-अरघा और उस पर भोलेनाथ पंचमुखी रुद्राक्ष की तरह दिखेंगे। इसकी एक खासियत यह भी है कि कृषि उत्पादों के कचरे से बनी ईंट से इसकी दीवारें बनाई गई हैं।

 
इस ईंट में बनारस के कृषि उत्पाद व मिट्टी का इस्तेमाल किया गया है। साफ्ट मड मोल्ड ईंटों की गुणवत्ता यह है कि बाहर के ताप को सहन कर लेना। इस सेंटर की नींव दिसंबर 2015 में पड़ी थी जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जापानी प्रधानमंत्री ङ्क्षशजो आबे बनारस आए थे।
 
नदेसर पैलेस में शाही भोज और बनारसी कलाकृतियों के तोहफों ने ऐसा मन मोहा कि ङ्क्षशजो ने कन्वेंंशन सेंटर बनवाने का प्रस्ताव रख दिया।यहाँ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, म्यूजिक कांसर्ट व एग्जिविशन की सुविधा होगी। बनारस की कला-संगीत-संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए गैलरी बनेंगी। पार्किंग की भी बेहतर व्यवस्था होगी।

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