आप घड़ी तो खरीद सकते हैं मगर समय को नहीं


अपना कार्य समय बद्ध होकर समय सीमा के अंदर पूर्ण करें। अपने काम को समय पर करने की आदत बनायें क्योंकि आप घड़ी तो खरीद सकते हैं मगर समय को नहीं। आप सिर्फ घड़ी को अपने हाथों में बाँध सकते हैं, वक्त को कदापि नहीं। वक़्त को कोई नहीं रोक पाया।

घड़ी भले ही पीछे भी हो सकती है मगर वक्त पीछे नहीं हो सकता और घड़ी तो बंद भी हो जाती है मगर उससे समय चक्र नहीं बंद हो जाता वक़्त का सम्मान ना करने वाले का एक दिन वक़्त भी सम्मान नहीं करता है। अतः याद रखना कि काम समय पर ही पूरा किया जाये क्योंकि घड़ी भले ही आपकी हो मगर वक्त अपनी चाल से चलता है किसी और की चाल से नहीं दुनिया में कोई भी ऊँचे मुकाम पर पहुंचा है तो मेहनत और समयबद्धता के कारण कोई भी कार्य हो उसकी पूरे होने की समय सीमा जरूर हो।

Popular posts from this blog

स्वस्थ जीवन मंत्र : चैते गुड़ बैसाखे तेल, जेठ में पंथ आषाढ़ में बेल

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ गौरी रूपेण संस्थिता।  नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

!!कर्षति आकर्षति इति कृष्णः!! कृष्ण को समझना है तो जरूर पढ़ें