राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष द्वारा वीरांगना अंवतीबाई महिला चिकित्सालय (डफरिन) का किया गया निरीक्षण

लखनऊ। प्रदेश की महिलाओं की चिकित्सीय स्थिति की जानकारी, शासन द्वारा प्रदत्त सुविधाओं की स्थिति का अवलोकन, कोविड काल में गर्भवती महिलाओं व अन्य गम्भीर पीडित महिलाओं को उपलब्ध करायी जा रही उपचार व्यवस्था तथा कोविड के बचाव हेतु टीकारण की वस्तुस्थिति की जानकारी हेतु उ.प्र. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम द्वारा वीरांगना अंवतीबाई महिला चिकित्सालय (डफरिन) का निरीक्षण किया गया।

निरीक्षण के दौरान ओ.पी.डी.लेबर रूम, नर्सिग स्टेशन, प्राईवेट रूम, हाई डिपेडे़न्सी यूनिट, होल्डिग एरिया, अल्ट्रा साउण्ड रूम, इमरजेन्सी, एस.एन.सी.वी. रूम, मैटरनिटी वार्ड, ओ.पी.डी. बाल रोग व मरीजों को दिये जाने वाले दवाईयां एवं अन्य सुविधाओं का अवलोकन किया गया साथ ही समस्त वार्डो में भर्ती महिलाओं, शिशुओं का हालचाल भी लिया गया। निरीक्षण के दौरान चिकित्सालय के प्रमुख वार्डो किचन, स्नानागार एवं शौचालय की सफाई व्यवस्था संतोष जनक पाई गयी तथा किचन में उपस्थित रसोईया से बनाये जा रहे भोजन के सम्बन्ध में जानकारी ली गयी तथा उपस्थित मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका को पर्याप्त भोजन बनवाये जाने के निर्देश दिये गये। अन्त में अध्यक्ष द्वारा पिंक बूथ का निरीक्षण कर कोविड से बचाव हेतु टीकाकरण की जानकारी ली जिसमें समस्त व्यवस्थायें सही पायी गयी तथा यह भी पाया गया कि चिकित्सालय में वैक्सीन लगवा रही महिला को सम्बन्धित सभी प्रकार की जानकारी दी जा रही है। 


मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ. सीमा श्रीवास्तव द्वारा अवगत कराया गया कि शासन की मंशा के अनुरूप किशोरी परामर्श दात्री इकाई, सम्पूर्णा क्लीनिक, आयुष्मान भारत मित्र काउण्टर तथा के. एम. सी. प्रोजेक्ट का सफल संचालन चिकित्सालय द्वारा किया जा रहा है।

विगत माह में चिकित्सालय में प्रसव हेतु लगभग 532 मरीज भर्ती हुये हैं, 300 नवीन जन्में शिशु हैं एवं ओ.पी.डी. में 4643 महिलाओं को देखा गया। अध्यक्ष महोदया द्वारा मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ. सीमा श्रीवास्तव को महिलाओं एवं किशोरियों से सम्बन्धित समस्त लाभकारी योजनाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु इनका स्पष्ट उल्लेख अस्पताल परिसर में कराये जाने के निर्देश दिये गये। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका के साथ डॉ. सरिता सक्सेना चिकित्सा अधीक्षिका भी उपस्थित रही। इसके उपरान्त अध्यक्ष द्वारा सिल्वर जुबली, नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किय गया। निरीक्षण के दौरान चिकित्सालय में पैथालॉजी, अल्ट्रा साउण्ड रूम, दन्त विभाग, महिला वार्ड, सामान्य प्रसव, ओ.टी. व अन्य सुविधाओं का निरीक्षण किया गया।

अन्त में वैक्सीनेशन एरिया का भी निरीक्षण किया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर समस्त व्यवस्थायें सही पायी गयी। मौके पर उपस्थित चिकित्सा अधीक्षिका डॉ. प्रियंका यादव द्वारा अवगत कराया गया कि विगत माह में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में प्रसव हेतु लगभग 81 मरीज भर्ती हुये हैं, 18 नवीन जन्में शिशु हैं। इसके अतिरिक्त आयोग की उपाध्यक्ष (द्वय) सुषमा सिंह, अंजु चौधरी एवं सदस्यगणों द्वारा भी 26 अन्य जनपदों में क्रमशः मुजफ्फरनगर, महाराजगंज, प्रयागराज, इटावा, सिद्धार्थनगर, सीतापुर, बलिया, सम्भल, हाथरस, हापुड़, जालौन, बांदा, हमीरपुर, कौशाम्बी, फतेहपुर, श्रावस्ती, बुलन्दशहर, कुशीनगर, बहराइच, जौनपुर, गोण्ड़ा, मुरादाबाद, लखीमपुर खीरी, वाराणसी, फर्रूखाबाद व हरदोई का निरीक्षण किया गया।

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