तीसरी लहर के प्रकोप से बच्चों को बचाने के नाम पर योगी सरकार कर रही है भ्रष्टाचार- संजय सिंह

लखनऊ। कोरोना की पहली लहर के दौरान ऑक्सीमीटर और पीपीई किट खरीद में घोटाला कर चुकी योगी सरकार अब तीसरी लहर की आशंका के बीच बच्चों को कोरोना से बचाने के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार कर रही है। विभिन्न जिलों में बच्चों के लिए 100-100 बेड के अस्पताल बनाने की खातिर बाजार मूल्य से करीब-करीब दोगुनी कीमत देकर चिकित्सकीय उपकरण खरीदे जा रहे हैं।
 
ये बातें आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने शुक्रवार को गोमती नगर स्थित पार्टी कार्यालय पर प्रेस वार्ता में कहीं। संजय सिंह ने कहा कि पूर्व में जब पहली लहर के दौरान पीपी किट और ऑक्सीमीटर खरीद में हुए घोटाले का खुलासा किया था तो उसकी जांच के लिए एक एसआईटी भी बनी थी। उसका परिणाम क्या निकला यह किसी को नहीं पता, लेकिन इसी बीच तीसरी लहर के प्रकोप से बच्चों को बचाने के नाम पर आदित्यनाथ जी की सरकार एक नए घोटाले में जुट गई है। मुख्य सचिव द्वारा प्रदेश भर के मेडिकल कॉलेजों एवं चिकित्सा महाविद्यालयों के प्राचार्य को दिए गए आदेश को पेश करते हुए राज्यसभा सांसद ने घोटाले के सबूत मीडिया के आगे रखें।
 
इसमें तय मूल्य से करीब आधी कीमत पर वेंटिलेटर, बाईपैप, इन्फ्यूजन पंप आज चिकित्सा उपकरणों पर सवाल उठाते हुए संजय सिंह ने महाराष्ट्र मैं ब्लैक लिस्टेड कंपनी द्वारा की जा रही खरीद की बाबत मुख्यमंत्री का स्पष्टीकरण मांगा। सवाल किया कि कब तक कोरोना के नाम पर दलाली खाने का यह सिलसिला चलेगा, कब तक यहां श्मशान में दलाली खाई जाएगी? 5880 लाख के लगभग धनराशि का उपयोग करके व्यापक पैमाने पर हो रही इस खरीद खूब बड़ा घोटाला बताते हुए संजय सिंह ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। कहा कि अगर तीसरी लहराई और उसके प्रकोप के चलते हमारे अपनों की मौतें हुई और फिर योगी सरकार की इस घोटाले की जांच हुई तो इससे कुछ हासिल नहीं होगा। इसलिए जरूरी है कि पहले ही योगी सरकार की भ्रष्टाचार की तैयारी की जांच करा कर खतरे की आशंका को खत्म किया जाए।
 
इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह और प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी भी मौजूद रहे।संजय सिंह ने स्वास्थ्य विभाग में उपकरणों की खरीद के लिए तय जेम पोर्टल पर निर्धारित कीमत के सापेक्ष दो से 3 गुना मूल्य पर चिकित्सकीय उपकरणों की खरीद को तीसरी लहर से बचाव की तैयारी की जगह भ्रष्टाचार की तैयारी बताया। उन्होंने मध्यप्रदेश में भाजपा की ही सरकार द्वारा चिकित्सकीय उपकरणों की खरीद के आंकड़े मीडिया के आगे रखते हुए योगी सरकार की मंशा पर प्रश्न खड़े किए। संजय सिंह ने कहा कि बच्चों के लिए जो वलेंटीेटर 22.5 लाख रुपये में खरीदा जा रहा है उसकी बाजार में कीमत 1250000 ₹ है। यूनिवर्सल वेंटीलेटर 1711000 में खरीदा जा रहा है जिसकी बाजार में कीमत ₹900000 है।
 
बाईपैप खरीदा जा रहा है 273000 में, जिसकी बाजार में कीमत लगभग ₹100000 है, इन्फ्यूजन मशीन, पोर्टेबल टेबल एक्स रे मशीन आदि दर्जन भर से ज्यादा उपकरण दो से 3 गुना कीमत पर खरीदे जा रहे हैं। पहली लहर के दौरान 27 मार्च, 2020 योगी सरकार ने 200 वेंटिलेटर 1700000 रुपए की दर से खरीदे मगर यही वेंटिलेटर मध्यप्रदेश में 10 लाख 27 हजार मिल जाता है। आरटी पीसीआर मशीन मध्य प्रदेश की सरकार को ₹1400000 में मिल जाती है वही मशीन योगी सरकार ₹4900000 में खरीदती है। संजय सिंह ने बदायूं और आगरा का उदाहरण भी पेश किया।

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