दिवंगत पत्रकारों के परिजनों को आर्थिक सहायता कार्यक्रम- रजत शर्मा


लखनऊ। ये एक भावुक क्षण है, शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूँ, श्रद्धांजलि देता हूँ, अपनो से दूर हो गए स्वजनों के प्रति ....मुख्यमंत्री का आभार प्रकट करता हूँ, उन्होंने संबल प्रदान किया और धन्यवाद देता हूँ कि इस कार्यक्रम में शामिल होने जा अवसर दियाा।
 
जीवन के कुछ पल होते हैं जिनमे शब्द कम पड़ जाते हैं, जब लॉकडाउन लगा तो हमारे पत्रकार सड़क पर थे, जागरूक करने का कार्य कर रहे थे, लोगो के बीच जाकर मुश्किल भरा काम कर रहे थे लेकिन पत्रकार भाई बहनों ने अपने परिवारों की चिंता न करते हुए ये कार्य कियाा। बस आग का दरिया है डूब कर जाना है,यही काम कर रहे थे, उन्होंने अपने जान की परवाह नही की, उन्होंने कर्तव्य,देश की परवाह की....!!! हमने बाजारों ने भीड़ देखी,उस वक़्त भी हमारे रिपोर्टर्स उस भीड़ में थे,लेकिन लोगो को जगाने के लिए ये कार्य करना जरूरी था, भीड़ में कई बार उनपर पत्थर,गालियां भी पड़ी,लेकिन उन्होंने सिर्फ जागरूकता का कार्य कियाा।
 
जब देश मे हाहाकार मचा, ऑक्सीजन, बेड की कमी हुई लेकिन फिर भी उत्तर प्रदेश ने जिस क्षमता शक्ति के साथ उसे हैंडल किया,शायद नुकसान ज्यादा हो सकता था,लेकिन उस दौर में हमारे रिपोर्टर्स कैमरामैन ने सच को सामने पहुँचाया, पीपीई किट पहुच कर अस्प्ताल की रिपोर्टिंग की...स्थिति को बयान किया, जिसके बाद हमारे पत्रकार भाई बहनों के परिवार भी संक्रमित हुए, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने अपने कर्तव्यों को और काम को नही छोड़ा, आज इसी मौके पर उनके जीवन के प्रति संवेदना प्रकट करता हूँ....!! हमारी न्यूज़ ब्रॉडकास्ट एसोसिएशन ने रिपोर्टर्स के लिए वैक्सीनेशन करवाने की बात सोची,हमने कई मुख्यमंत्रियों से बात की,साथ मे मुख्यमंत्री से भी बात कीा।
 
कई मुख्यमंत्रीयों ने कहा ऐसा होगा तो कई लोग इसकी मांग करेंगे लेकिन एक मुख्यमंत्री ऐसे थे जिन्होंने मेरी बात पूरी होने से पहले ही इसे स्वीकृति दी और पहल करते हुए नोएडा में वैक्सीनेशन सेंटर की स्वीकृति दी, जहां पत्रकार उनके परिवार को निशुल्क वैक्सीन लगी,इसके लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद.....!! इसके बाद कई ऐसे मामले आये कि कई हमारे पत्रकार हमे छोड़कर जाने लगे,मैं ये सोच ही रहा था,लेकिन मुख्यमंत्री ने इसे पहले ही इसकी घोषणा करते हुए, इसका ऐलान कर दिया,इसके लिए बहुत धन्यवाद देता हूँ....!! ये दस लाख रुपये एक प्रतीक है भावनाओ को व्यक्त करने के लिए लेकिन ये आगे भी बढ़ेगा...पत्रकारों के साथ हम सब खड़े हैं....!!

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