डिजिटल झांकी में गोवर्धन लीला को किया गया प्रदर्शित
लखनऊ। मित्तल परिवार नेे अमीनाबाद रोड न्यू गणेशगंज में धूमधाम से
श्रीकृष्ण जन्माष्टïमी मनाई गयी। इस मौके पर डिजिटल झांकी में गोवर्धन लीला
को प्रदर्शित किया गया। इस झांकी में श्रीकृष्ण ने देखा कि सभी बृजवासी और
अपनी मां को भी मेघों के स्वामी इंद्र की पूजा करते हुए देखा तो सवाल किया
कि लोग इन्द्र की पूजा क्यों करते हैं?
उन्हें बताया गया कि वह वर्षा करते
हैं जिससे अन्न की पैदावार होती और हमारी गायों को चारा मिलता है। तब
श्रीकृष्ण ने कहा ऐसा है तो सबको गोर्वधन पर्वत की पूजा करनी चाहिए क्योंकि
हमारी गायें तो वहीं चरती हैं। उनकी बात मान बृजवासी इंद्र की जगह गोवर्धन
पर्वत की पूजा करने लगे। इन्द्र इससे कुपित होकर मूसलाधार वर्षा शुरू कर
दी। ताकि पूरा बृज वर्षा में डूबकर नष्ट हो जाए। बृजवासियों को बचाने के
लिए कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को ही उठा लिया। सभी बृजवासी, ग्वाल बालों के
संग गोवर्धन पर्वत के नीचे आ गए। गोवर्धन लीला की झांकी को लाइट एंड साउंड
इफेक्ट के माध्यम झांकी के सभी प्रतिमाएं कुछ न कुछ करते दिखाई दी।
संयोजक
अनुपम मित्तल ने बताया कि बुधवार को रासलीला का प्रसंग देखने को मिलेगा। 20
फुट ऊंचा शिवलिंग आकर्षण का केन्द्र बना रहा। स्थाई झांकी तीन हिस्सों में
बंटी है। एक में झूला झूलते राधा कृष्ण, दूससे में नीले घोड़े पर सवार खाटू
श्याम प्रभु, तीसरे में सीना चीरते हनुमानजी की झांकी बिजली से संचालित
रही। इसमें हनुमानजी सीना चीरते दिखे और उनके हृदय में राम और सीता की
अलाौकिक छवि के दर्शन किए। नाका से आने वाले रास्ते पर एलईडी लाइट वाला गेट
भी लगाया जाएगा। कार्यक्रम स्थल पर भीड़ को रोकने के अलावा मास्क और
सैनिटाइजर की व्यवस्था रहेगी।