ऐथलीट नीरज चोपड़ा ने ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर रच दिया इतिहास
भाला फेंक ऐथलीट
नीरज चोपड़ा ने तोक्यो ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। वह
देश के लिए व्यक्तिगत स्वर्ण जीतने वाले दूसरे खिलाड़ी और पहले ऐथलीट हैं। पहलवान बजरंग पूनिया के ब्रॉन्ज मेडल जीतने के कुछ ही देर बाद स्टार जेवलिन
थ्रो ऐथलीट नीरज चोपड़ा ने शनिवार को तोक्यो ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीत
इतिहास रच दिया।
उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 87.58 मीटर का रहा। यह भारतीय
ओलिंपिक इतिहास में 100 वर्षों में ट्रैक ऐंड फील्ड से पहला मेडल है। इसके
साथ ही वह ओलिंपिक में इंडिविजुअल स्पोर्ट में गोल्ड जीतने वाले शूटर अभिनव
बिंद्रा के बाद दूसरे ऐथलीट भी बन गए हैं। यह भारत का तोक्यो में 7वां
मेडल भी है। इसके साथ ही भारत ने अपने लंदन ओलिंपिक-2012 के बेस्ट प्रदर्शन
6 मेडल को पीछे छोड़ दिया। नीरज ने पहले
प्रयास में 87.03 मीटर भाला फेंका,जबकि दूसरे प्रयास में 87.58 मीटर रहा।
इसके साथ ही उनका गोल्ड मेडल लगभग पक्का हो गया था, क्योंकि वह दोनों ही
राउंड में टॉप पर रहे थे। उन्होंने तीसरे प्रयास में 76.79 मीटर थ्रो किया।
दूसरे नंबर पर चेक गणराज्य ऐथलीट और गोल्ड मेडल के दावेदार माने जा रहे
वी. याकूब ने इस दौरान दूसरा और तीसरा प्रयास फाउल किया और आखिरी प्रयास तक
86.67 मीटर ही भाला फेंक सके। नीरज ने स्वर्ण पदक जीतने के बाद तिरंगा
लेकर मैदान का चक्कर लगाया और इसका जश्न मनाया।