एनआरएचएम से बड़ा है जल जीवन मिशन का महाघोटाला - संजय सिंह
लखनऊ : जल जीवन मिशन में हजारों करोड़ के घोटाले के खुलासे से सरकार परेशान हो उठी है। सरकार की बौखलाहट देखकर आशंका है कि इस मामले में एनआरएचएम घोटाले की तरह प्रदेश में हत्याओं का दौर शुरू होने की आशंका है। मंगलवार को ये बातें आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय सिंंह ने प्रदेश कार्यालय पर प्रेसवार्ता को संंबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने इसे एनआरएचएम से बड़ा घोटाला बताते हुए कांग्रेस, सपा, बसपा और सुभासपा से अपील की कि इस मामले को सदन में उठाएं।
सांसद संजय सिंंह ने कहा कि मैंने पिछले दिनों जल जीवन मिशन में महाघोटाले का खुलासा किया था। इस खुलासे के बाद जिस तरह से आदित्यनाथ के मंत्री डॉ महेंद्र सिंह बौखलाए, उससे साबित होता है कि सरकार जल जीवन मिशन में हुए घोटाले के खुलासे से वह परेशान हैंं। जल जीवन मिशन में हुए घोटाले का खुलासा करने के बाद मंत्री डॉ महेंद्र सिंह से लेकर इनके प्रमुख सचिव, रश्मि मेटैलिक कंपनी ने मुझे नोटिस भेजा। इतना ही नहीं एक विधायक से मेरे ऊपर एफआईआर भी करा दी। इससे साफ है कि सरकार जल जीवन मिशन में घोटाले के खुलासे से बौखलाई है। ऐसे में जिस तरह से एनआरएचएम घोटाले में हत्याएंं हुई थींं, उसी तरह की घटनाओं की दोबारा पुनरावृति हो सकती है।
हालांकि, सरकार की बौखलाहट से मैं डरने वाला नहीं। संजय सिंह ने दो टूट कहा- मैं आप लोगों के माध्यम से आदित्यनाथ की सरकार को कहना चाहता हूंं कि जितने चाहे मुकदमे कर लीजिए, जितनी बार चाहे जेल भेज दीजिए, लेकिन आपके भ्रष्टाचार का खुलासा एक नहीं एक हजार बार करूंगा। मंत्री महेंद्र सिंह पूछ रहे हैं, संजय सिंह ने कैसे कह दिया कि यह योजना 1 लाख 20 हजार करोड़ की है? मै आपको बता दूँ जल जीवन मिशन योजना का सरकार ने कई बार जो प्रजेंटेशन दिखाया है उसमें है कि योजना की अनुमानित लागत 1 लाख 20 हजार करोड़ रुपये होगी। लोग दूषित पानी की वजह से मर रहे हैं अस्पताल में बीमार पड़े हैं, लेकिन बड़े अफसोस की बात है कि आदित्यनाथ की सरकार घर-घर पानी पहुंचाने की योजना में भी भ्रष्टाचार कर रही हैं।
संजय सिंंह ने कहा कि जो सरकार ऑक्सीमीटर-थर्माेेमीटर का घोटाला करे, बच्चों के 8 लाख के वेंटीलेटर को 22 लाख में खरीदे, बच्चों के मिड डे मील का पैसा खा जाए, 12000 का ऑक्सीजन सिलेंडर 55000 में खरीदे, जो सरकार 9 करोड़ रुपये कस्तूरबा गाँधी विद्यालय की बच्चियों के खाने का पैसा डकार जाए, उसमें तो 40 नहीं कई सौ अधिकारी भ्रष्टाचार में शामिल होंगे। मैंने तो सिर्फ अली बाबा चालीस चोर कहा है। दरअसल, मुझे तो यह कहना चाहिए था कि योगी बाबा और हजारों चोर की सरकार चल रही है।
संजय सिंंह ने कहा कि एक तरफ मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह कह रहे हैं हमने रश्मि मैटेलिक को कोई ठेका नहीं दिया, दूसरी तरफ उसी रश्मि मैटेलिक की सफाई में आधे घंटे तक प्रेस कांफ्रेस करते रहे। यह वही कंपनी है जिस पर 10 फ़रवरी, 2012 को रेलवे में 1000 करोड़ रुपये के घोटाले में सबीआई ने मुकदमा दर्ज किया। इसी रश्मि मटैलिक कंपनी के ऊपर 30 करोड़ की कर चोरी में 18 जनवरी, 2013 को मुकदमा दर्ज हुआ था। 27 नवंबर, 2019 को डीआरआई ने 4.5 करोड़ की कर चोरी का मुकदमा दर्ज करते हुए इनके मालिकान को गिरफ्तार करने का काम किया। ऐसी भ्रष्टाचारी कंपनी के बारे में आदित्यनाथ सरकार के मंत्री सफाई दे रहे है ।
संजय सिंंह ने कहा कि दीवार लेखन, नुक्कड़ नाटक और जागरूकता के कार्यक्रम के लिए जल जीवन मिशन योजना में एक-एक जिले में 80 लाख से 1 करोड़ रुपये का काम दिया गया और उस काम के लिए इन्होंने ई टेंडर निकाला। इसमें लगभग 180 एनजीओ का चयन किया गया है और एक-एक एनजीओ को 10 करोड़, 5 करोड़ का काम जल जीवन अभियान में जागरूकता फैलाने के लिए दिया गया। इस ई-टेंडर की शर्तों में साफ तौर पर कहा गया कि इसमें ऐसी संस्थाओं, ऐसेे एनजीओ का चयन किया जाए जिनका जल के क्षेत्र में काम करने का अनुभव हो, लेकिन 60 परसेंट से ज्यादा संस्थाएं ऐसी चयनित की गईं जो इन मानकों को पूरा ही नहीं करतींं।
संजय सिंह ने कहा कि केंद्रीय मंत्रियों की अगुवाई में चली आशीर्वाद यात्रा दुत्कार यात्रा में तब्दील हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार और घोटालों की जांच और उसमें लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय मामले उठाने वालों पर ही मुकदमे करा रहे हैं। बीजेपी पर तीखे हमले करते हुए आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी और सासंद संजय सिंह ने दो टूक कहा कि 6 महीने बाद आने वाली सूबे की आम आदमी पार्टी की सरकार भ्रष्टाचार और घोटाले करने वाले मंत्रियों और अफसरों को जेल भेजेगी।
प्रेसवार्ता के दौरान ही बीकापुर से 5 बार विधायक और दो बार मंत्री रहे सीताराम निषाद के पुत्र दिग्विजय निषाद ने भी आम आदमी पार्टी का दामन थामा। संजय सिंह ने उनको पार्टी की सदस्यता दिलाई और कहा कि आने वाले 2022 के चुनाव तक प्रदेश के हर तबके से लोग उनकी पार्टी के साथ जुड़ेंगे और लोगों की जानमाल से खेल रही इस निरंकुश और बेईमान सरकार को उखाड़ फेंकेंगे।
संजय सिंह ने ओबीसी आरक्षण संशोधन के नाम पर भाजपा सरकार पर निशाना साधा। कहा- नौकरी है नहीं तो आरक्षण संशोधन किस लिए। दरअसल, भाजपा शुरू से ही दलितोंं और पिछड़ों की विरोधी रही है। चुनाव नजदीक देखकर भाजपा राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए आरक्षण संशोधन का खेल खेल रही है। इसके पीछे उसकी मंशा समाज में एक और झगड़े का बीज डालने की है।