वित्तविहीन शिक्षकों को सम्मान जनक वेतन दिलाना कांग्रेस का प्रथम कर्तब्य- अजय कुमार लल्लू
लखनऊ। पूरे प्रदेश का समाज का हर तबका वर्तमान सरकार के तानाशाही रवैये से तंग आकर कांग्रेस की तरफ आशा भरी निगाह से देख रहा है। साढे चाल साल के इस सरकार की कार्यकाल में केवल कांग्रेस लोगों के सुख-दुख में सड़क पर दिखी। इसलिए प्रदेश की जनता कांग्रेस के एक जिम्मेदार विपक्ष के रवैये को देखते हुए आशा भरी निगाह से देख रही है।
उक्त विचार उत्तर
प्रदेश कांग्रेस शिक्षक प्रकोष्ठ की बैठक में व्यक्त करते हुए प्रदेश
कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने आगे कहा कि शिक्षकों के इस संगठन
के माध्यम से हम पूरे प्रदेश के चाहे व बेसिक शिक्षक, माध्यमिक शिक्षक,
उच्च शिक्षक, मदरसा शिक्षक, संस्कृत शिक्षक सभी को एक जुट करते हुए उनके
समस्याओं को विधान सभा, विधान परिषद में उठाने के का काम करेगें। प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि संगठन का विस्तार प्रमुख रूप से होना चाहिए
क्येकि शिक्षक समाज का महत्वपूर्ण अंग है। मुख्यरूप से वित्तविहीन शिक्षकों
को सम्मान जनक वेतन दिलाना कांग्रेस का प्रथम कर्तब्य होगा।
प्रदेश
अध्यक्ष ने आगे कहा कि 2004 के बाद नियुक्ति हुए सभी कर्मचारी एवं शिक्षक
को पेंशन नहीं मिलने का आदेश हो चुका है। इस आदेश को समाप्त कराकर सभी
शिक्षकों कर्मचारियों को पेंशन दिलाना हमारा मुख्य कर्तव्य होगा। शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रभारी स्वप्निल कोठारी (इन्दौर) अपने
सम्बोधन में कहा कि हम उत्तर प्रदेश में संकल्पित होकर आये है कि सभी
शिक्षकों को इस संगठन के बैनर तले जोड़ेगें। शिक्षकों की छोटी बड़ी हर लड़ाई
में कांग्रेस अग्रणी भूमिका में होगी।
शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश
अध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने आये हुए सभी सम्मानित पदाधिकारियों का
अभिनंदन करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश का दौरा कर शिक्षकों को एकजुट कर
कांग्रेस को मजबूती दिलाना इस प्रकोष्ठ का उद्देश्य है।
वित्तविहीन शिक्षक से सम्बन्धित समस्याएं हमारे लिए प्रमुख है। मेरे कार्यकाल की यह पहली बैठक है प्रदेश के हर जिले में हमारी बैठक होगी। ब्लाक स्तर तक हम इस संगठन को लेकर जाएगें। शिक्षकों का निजीकरण इस सरकार की मंशा है जिसे हम किसी हाल में पूरा नहीं होने देगें। शिक्षकों के हित के लिए हमारा संगठन हर संघर्ष में सदैव आगे होगा। बैठक को मुख्य रूप से कमलेश सिंह यादव, डा. मार्तण्ड सिंह, वकार हुसैन, मनीष कुमार द्विवेदी,डा. सुनील कुमार खजुरिया, डा. पवन कुमार पचौरी ने सम्बोधित किया।