मुकदमे कराइए, जेल भिजवाइये, एनकाउंटर कराइए लेकिन मैं घोटालेबाज़ों को बेनकाब करके रहूंगा- संजय सिंह
लखनऊ। आप के यूपी प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय सिंह की
ओर से जलशक्ति मंत्री महेेंद्र सिंंह द्वारा भेजे गए मानहानि के नोटिस का
कोई जवाब नहीं दिया जाएगा। मंत्री अगर मुकदमा कराते हैं तो आप सांसद
कोर्ट के आगे पानी चोरों की पूरी कलई खोलेंगे। इसके लिए आप नेता के
विधिक सलाहकार ने पूरी तैयारी कर ली है। उधर, नोटिस पर प्रतिक्रिया देते
हुए संजय सिंह ने कहा-आदित्यनाथ जी मेरे साथ चोरी और सीनाजोरी का फार्मूला
नही चलेगा।
आप मुकदमे कराइए, जेल भिजवाइये, एनकाउंटर कराइए लेकिन मैं
घोटालेबाज़ों से हर लड़ाई लड़ने के लिए संकल्पबद्ध हूूं। संजय
सिंह ने एक वीडियो भी ट्वीट किया। इसके जरिये उन्होंने कहा कि
आदित्यनाथ की सरकार चोरी और सीनाजोरी के फार्मूले पर चल रही है। मैंने
उत्तर प्रदेश में जल जीवन मिशन में महाघोटाले का मामला उजागर किया। खुद
को ईमानदार बताने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उम्मीद थी कि वो
इस घोटाले में कड़ी कार्रवाई करेंगे, लेकिन उन्होंने तो अपने मंत्री के
माध्यम से मुझे मानहानि की नोटिस भिजवा दी। मैं बताना चाहता हूं
भ्रष्टाचारियों को जेल भिजवाकर ही बैठूंगा, घोटाले की सीबीआई की जांच
कराकर ही दम लूंगा, जिन लोगों ने जरूरतमंदों के घरों में पानी पहुंचाने के
लिए बनी जल जीवन मिशन योजना में हजारों करोड़़ का घोटाला किया है,
उन्हें जेल की सींंखचोंं के पीछे पहुंचाकर ही शांत होऊंगा।
इसलिए यह
मानहानि के मुकदमे की धमकी किसी और के लिए रखिए। मैं इससे डरने वाला
नहीं हूूं। आप की ओर से पहले ही मुझ पर पंंद्रह मुकदमे दर्ज कराए जा चुकेे
हैं। मेरी हिस्ट्रीशीट खुलवा लीजिए या चाहे तो मेरा एनकाउंटर करा लीजिए
लेकिन मैं जब भी घोटाले होते दिखेंगे उनके खिलाफ आवाज उठाता रहूंगा।
संजय सिंंह ने दो टूक कहा कि मंत्री महेंद्र सिंह द्वारा मानहानि के
मुकदमे के लिए भेजे गए नोटिस का वह कोई जवाब नहीं देंगे। बेहतर होगा कि
वह मुकदमा दर्ज कराएं, तो कोर्ट के आगे एक एक प्रमाण के साथ जल जीवन मिशन
में हुए हजारों करोड़ का भ्रष्टाचार खोलूंगा। आप
के विधि विशेषज्ञ अमित चोपड़ा की ओर से गुरुवार को जल जीवन मिशन में
हुए घोटाले की शिकायत लोकायुक्त से की गई। इसकी जानकारी देते हुए यूपी
प्रभारी संजय सिंह के विधिक सलाहकार एडवोकेट हरीशंकर पांडेय ने बताया
कि मंत्री की ओर से की गई धांधली की शिकायत पूरे प्रमाणों के साथ दर्ज
कराई गई है।
इसमें प्रमुख रूप से रश्मि मेटलिक्स जो की आठ से दस राज्यों
में बैन है, उसे हजारों करोड़ रुपये का पाइप सप्लाई का टेंडर देने की
शिकायत है। जल निगम के मानक से तीस से चालीस फीसदी ज्यादा की दर पर
बाहरी फर्मोंं को काम देकर योजना में भारी भ्रष्टाचार किया गया है।
एडवोकेेेट अमित चोपड़ा ने कहा कि लोगों को पीने का साफ पानी मुहैया कराने
वाली इस महत्वाकांक्षी योजना में हो रहे इस 30 से 35 करोड़़ के
भ्रष्टाचार के खिलाफ पार्टी निर्णायक लड़ाई का मन बना चुकी है। सांसद
संजय सिंंह के निर्देश पर 15 अगस्त के बाद पूरे प्रदेश में इसे लेकर
धरना होगा। उन्हीं के निर्देश पर घोटालेबाजाेें के खिलाफ विधिक
कार्रवाई भी शुरू की गई है।