उपमुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत केन्द्रों में सभी आवश्यक व्यवस्थायें चुस्त-दुरूस्त बनाये रखने के दिए निर्देश
लखनऊ। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गुरूवार को प्रयागराज के बाढ़
ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के पश्चात सर्किट हाउस के सभागार
में बाढ़ से सम्बंधित प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बाढ़ की समीक्षा की। मा0
मुख्यमंत्री जी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आमजन के लिए राशन, पीने के
पानी, साफ-सफाई सहित तथा आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित किये जाने के
निर्देश दिये है।
उन्होंने बाढ़ राहत केन्द्रों पर भी प्रकाश, खाने, पीने के
पानी, साफ-सफाई, चिकित्सा व्यवस्था सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थायें निरंतर
सुनिश्चित रखने के लिए कहा है। साथ ही साथ इन क्षेत्रों में पशुओं के लिए
चारें की व्यवस्था कराने के लिए कहा है।उपमुख्यमंत्री ने नावों की संख्या के बारे में जानकारी ली। उन्होंने
नांवों की संख्या को बढ़ाकर सभी प्रभावित लोगो तक सुविधायें मुहैया कराने के
लिए कहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कैरोसिन की व्यवस्था सुनिश्चित
कराने के साथ-साथ बैटरी चालित लैम्प की भी व्यवस्था कराने के लिए सम्बंधित
अधिकारियों से बात की। बरसात के मौसम को देखते हुए उपमुख्यमंत्री बाढ़ राहत केन्द्रों में सभी आवश्यक व्यवस्थायें चुस्त-दूरूस्त करने के
निर्देश दिये है। कहा कि यदि किसी बाढ़ राहत केन्द्र पर कहीं पर भी बरसात का
पानी टपक रहा हो, तो बाढ़ प्रभावित लोगो को तत्काल दूसरे राहत केन्द्र में
शिफ्ट किया जाये।
अधिकारीगण यह सुनिश्चित करें कि किसी भी बाढ़ राहत केन्द्र
पर ज्यादा संख्या में लोगो को न रखा जाये, इसके लिए अधिक संख्या में नए
बाढ़ राहत शिविर बनाये जाये। उन्होंने बाढ़ राहत शिविर में मोबाइल टाॅयलेट
एवं साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये है ,साथ ही वहां पर
लगाये गये सफाई कर्मियों को रोटेशन के आधार पर ड्यूटी पर लगाया जाये, जिससे
साफ-सफाई का कार्य प्रभावित न हो। उपमुख्यमंत्री ने बैठक में मौजूद सभी अधिकारियों से भविष्य में बाढ़ की
चुनौतियों से निपटने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाने के लिए कहा है, जिससे
प्रयागराज के वासियों को बाढ़ के प्रभाव से मुक्त किया जा सके। उन्होंने सभी
बाढ़ राहत शिविरों में स्वास्थ्य सम्बंधी व्यवस्थायें बनाये रखने के लिए
कहा है।उपमुख्यमंत्री ने बाढ़ से हुए नुकसान का आंकलन कर अवगत कराने
के लिए कहा है।