राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ग्रेटर नोएडा की सोसायटी व शासी निकाय की 6वीं बैठक सम्पन्न
लखनऊ। राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ग्रेटर नोएडा की सोसायटी व शासी
निकाय की छठवीं बैठक संस्थान के सभागार में मुख्य सचिव एवं अध्यक्ष, राजकीय
आयुर्विज्ञान संस्थान राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में सम्पन्न
हुई।
बैठक में मुख्य सचिव के साथ आलोक कुमार प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा,
नरेन्द्र भूषण मुख्य कार्यपालक अधिकारी ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास
प्राधिकरण, ले0 जन0 डॉ0 बी0एन0बी0एम0 प्रसाद परामर्शदाता के0जी0एम0यू0 एवं
सलाहकार स्वास्थ्य मंत्रालय उत्तर प्रदेश, बालेश्वर त्यागी सामाजिक
कार्यकर्ता उपस्थित रहे तथा ले0 जनरल (डॉ0) विपिन पुरी कुलपति के0जी0एम0यू0
लखनऊ, डॉ0 ए0के0 सिंह कुलपति अटल बिहारी बाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय
लखनऊ तथा प्रो0 राकेश कपूर पूर्व निदेशक एस0जी0पी0जी0आई0एम0एस0 लखनऊ द्वारा
ऑनलाइन प्रतिभाग किया गया। संस्थान के निदेशक डॉ0 बिग्रेडियर राकेश गुप्ता
ने पौधा भेंट कर मुख्य सचिव का स्वागत किया।
तदुपरान्त मुख्य सचिव
राजेन्द्र कुमार तिवारी द्वारा संस्थान में नवस्थापित ऑक्सीजन प्लान्ट का
लोकार्पण किया गया। बैठक में संस्थान के लिए भूमि, संकाय सदस्यों की भर्ती व
प्रोन्नति नीति आदि सहित कॉलेज भवन हेतु भूमि की समस्या के शीघ्र
निस्तारण, अस्पताल के बेसमेन्ट की सीपेज के निस्तारण के निराकरण, संकाय
सदस्यों के आवश्यक नये पदों के सृजन का प्रस्ताव तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश
में उच्च स्तरीय चिकित्सा शिक्षण संस्थान की कमी पूर्ण करने की दिशा में
सस्थान में उच्च स्तरीय सेवा विकसित करने हेतु क्रमिक विकास पर विस्तृत
चर्चा की गई तथा सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये गये। मुख्य
सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने संस्थान के बायलॉज में संशोधन से सहमति
व्यक्त करते हुए शासन को प्रस्ताव प्रेषित करने के निर्देश दिये तथा सुपर
स्पेशियालिटी सेवा को पूरे सप्ताह संचालित करने तथा अस्पताल में भर्ती
मरीजों हेतु एन.एच.एम. की दरों पर विजिटिंग संकाय बुलाने पर उन्होंने सहमति
व्यक्त की।
इसके अतिरिक्त उन्होंने बी0एस0एल0 03 लैब ब्लड बैंक विभाग व
ट्रामा सेन्टर के प्रस्ताव शासन को भेजने के निर्देश दिये तथा संस्थान में
डायलिसिस व डायबिटीज सेन्टर स्थापित करने पर भी अपनी सहमति व्यक्त की।
उन्होंने संस्थान में सी-डेक से एम्स नई दिल्ली की दरों पर हॉस्पिटल
मैनेजमेन्ट इन्फार्मेशन सिस्टम स्थापित कराये जाने के भी निर्देश दिये।
इसके अतिरिक्त संकाय सदस्यों के लिए शैक्षणिक विकास हेतु के0जी0एम0यू0 लखनऊ
में प्रचलित नियम लागू करने के निर्देश दिये गये। बैठक
के उपरान्त मुख्य सचिव व प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा द्वारा अस्पताल का
दौरा कर कई मरीजों से अस्पताल में मिल रही सुविधाओं के बारे में बातचीत की
गई। मरीजों द्वारा संस्थान की तारीफ की गयी। मुख्य सचिव ने संस्थान के
कार्यों की सराहना करते हुए अस्पताल के सभी डॉक्टर्स की हौसला अफजाई की।
अन्त में मुख्य सचिव संकाय सदस्यों से भी रूबरू हुए और कोविड में संस्थान
के डॉक्टर्स द्वारा की गयी सेवाओं की तारीफ करते हुए कहा कि इतने कम समय
में जिम्स का नाम प्रदेश के नामी संस्थानों में गिना जाने लगा है, साथ ही
उन्होंने भविष्य में भी यही जज्बा बरकरार रखे जाने के लिये उन्हें
प्रोत्साहित किया।