पुलिस विभाग के 796 आवासीय व अनावासीय भवनो का हो रहा है निर्माण
लखनऊ। उत्तर
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पुलिस विभाग में
अवस्थापना सुविधाओं को सुदृढ़ करते हुये बडे़ पैमाने पर आवासीय एवं अनावासीय
भवन निर्मित कराये जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि
पुलिस विभाग के लिए वर्तमान सरकार द्वारा करायंे जा रहे 796 निर्माण
कार्यों में से 592 मुख्यमंत्री की घोषणा से संबंधित तथा 204 अन्य
निर्माण कार्य हैं। इन सभी 796 विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्यो की कुल
लागत 480062.95 लाख रूपये है।
इनमें से लगभग एक हजार
करोड़ रूपये से अधिक के निर्माण कार्य इसी माह में पूर्ण हो रहे हैं, जिनका
लोकार्पण अगले मास किया जायेगा। शेष निर्माण कार्यो को समयबद्ध ढंग से
पूर्ण करने के निर्देश संबंधित निर्माण एजेन्सियों को दिये गये है। अपर
मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने आज मुख्यालय पुलिस महानिदेशक,
उ0प्र0 के आॅडीटोरियम में बी0पी0 जोगदण्ड, अपर पुलिस महानिदेशक,
पी0एच0क्यू0 के साथ विभिन्न निर्माण एजेन्सियों को आवंटित कार्यों में अब
तक हुयी प्रगति की गहन समीक्षा की। अपर मुख्य सचिव,
गृह ने कहा कि निर्माण कार्यो में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाय और
इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जायेगी एवं
दोषी के विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने निर्माण
एजेन्सियांें के प्रतिनिधियों से अपेक्षा की है कि वह शासन द्वारा आवंटित
धन के उपयोग सम्बन्धी प्रमाण-पत्र उचित माध्यम से शीघ्रातिशीघ्र प्रस्तुत
करे, ताकि उन्हें नियमानुसार धनराशि की अग्रिम किश्त समय पर जारी की जा
सके।
अपर
पुलिस महानिदेशक, पी0एच0क्यू0, बी0पी0 जोगदण्ड ने कहा कि निर्माण
एजेन्सियां जब उपयोगिता प्रमाण-पत्र अपने विभागीय सक्षम स्तर पर प्रस्तुत
करें, तो उसकी एक प्रति ई-मेल से पी0एच0क्यू0 को भी अनिवार्य रूप से
प्रेषित करें, ताकि पुलिस मुख्यालय भी समन्वय बना कर इस कार्य में शीघ्रता
लायी जा सके। मुख्यमंत्री की घोषणा के
सापेक्ष कराये जाने वाले 592 निर्माण कार्यो के अन्तर्गत 15 पुलिस चैकी तथा
42 थानों के आवासीय एवं अनावासीय भवन हैं। साथ ही 61 अग्निशमन केन्द्र, 35
पुलिस लाइन्स में ट्राजिस्ट हाॅस्टल, 88 पुलिस लाइन्स में पुरूष एवं महिला
हाॅस्टल, 31 पी0ए0सी0 वाहिनियों में बैरक, 317 थानों पर हाॅस्टल निर्मित
कराये जा रहे हैं। 02 प्रशिक्षण संस्थानों का विस्तार किया जा रहा है तथा
एक महिला पी0ए0सी0 वाहिनी का भी निर्माण कराया जा रहा है। इसके अलावा इसी
प्रकार के 204 अन्य निर्माण कार्य भी किये जा रहे हैं।