गुरुद्वारा नाका हिंडोला में श्री गुरुग्रंथ साहिब जी महाराज के पहले प्रकाशोत्सव कार्यक्रम की हुयी शुरुवात

लखनऊ। श्री गुरु सिंह सभा ऐतिहासिक गुरुद्वारा नाका हिंडोला में साहिब श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज के पहले प्रकाशोत्सव के कार्यक्रम आज शुरू हुए। सिक्ख सेवक जत्थे द्वारा आयोजित कार्यक्रम के पहले दिन आज पिछले साल संगत के जिन भाई बहनों ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब महाराज के सहज पाठ प्रारंभ किए थे, उनकी आज दीवान हाल में समाप्ति हुई।

सहज पाठ करने वाले सभी लोगों को सिरोपा और उपहार देकर लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार राजेंद्र सिंह बग्गा ने सम्मानित किया गया। सिक्ख सेवक जत्थे के प्रधान हरविंदरपाल सिंह नीटा ने बताया कि तीन दिवसीय कार्यक्रम बड़ी श्रद्धा और प्यार के साथ हमारे जत्थे द्वारा पिछले 50 से अधिक वर्षों से मनाया जाता है। संगत को गुरु वाणी के साथ जोड़ने के लिए हर साल सहज पाठ प्रारंभ किए जाते हैं जिसे 1 वर्ष में पूर्ण किया जाता है। कल शाम को विशेष गुरमत समागम होगा जो शाम 6:30 बजे से लेकर रात 10:00 बजे तक चलेगा जिसमें हजूरी रागी जत्था भाई राजिन्दर सिंह और दिल्ली से आए हुए भाई दिलेर सिंह गुरबाणी का कीर्तन करेंगे। सिमरन साधना जत्थे के बच्चे गुरबाणी का कीर्तन करेंगे और मुख्य ग्रंथी ज्ञानी सुखदेव सिंह जी गुरमत इतिहास समागम संगत को सुनाएंगे और गुरबाणी की कथा करेंगे।

लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान राजेंद्र सिंह बग्गा ने बताया कि 7 सितंबर को मुख्य आयोजन गुरुद्वारा साहब के दीवान हाल में होगा जिसमें सुबह प्रातः 5:00 बजे गुरबाणी के कीर्तन की शब्द चौकी परंपरागत ढंग से गुरु महाराज की अगुवाई में होगी जिसमें संगत गुरबाणी कीर्तन करते हुए हरी जस गायन करेगी 6:30 बजे दीवान हाल में गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज का प्रकाश होगा और उसके बाद भाई दिलेर सिंह दिल्ली वाले गुरबाणी का कीर्तन गायन करेंगे। तत्पश्चात अरदास के बाद गुरु का लंगर संगतो में वितरित किया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन सतपाल सिंह मीत करेंगे। संगत में लंगर वितरण करने की जिम्मेवारी मुख्य रूप से जत्थे के महामंत्री राजवंत सिंह बग्गा तथा कुलदीप सिंह सलूजा, कुलवंत सिंह की होगी जो जत्थे के अन्य मेंबरों के सहयोग से दोनों दिन संगतो में गुरु का लंगर वितरित करेंगे।

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