ठगी और धमकी के पीड़ितों ने अपर पुलिस महानिदेशक, मेरठ जोन से मिलकर इंसाफ के लिए किया गुहार
चित्र : मनोज चौहान जिसके साथ हुई ठगी
मेरठ / लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अपराध और भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने की प्रतिबद्धता दोहराते रहते है लेकिन जमीन पर हो रहा है इसका ठीक उल्टा।मामला गाजियाबाद और मेरठ जिले का हैं। गाजियाबाद जिले के खोड़ा थाना के कला एनक्लेव के रहने वाले ओमकार चौहान ने 13 सितम्बर को स्थानीय थाने में एक प्रार्थनापत्र दिया जिसमें उन्होंने मेरठ निवासी सुरेन्द्र चौहान उर्फ नीटू के ऊपर फोन करके अभद्रता करने और धमकाने का आरोप लगाया लेकिन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। ओमकार ने इस संवाददाता से यह भी बताया कि उनको दी गई धमकी के तार मेरठ जिले के पल्लवपुरम थाने के दुल्हैड़ा चौहान गांव के रहने वाले मनोज चौहान के जमीन के हुए फर्जी बैनामे और उनके साथ हुई ठगी से जुड़े है लेकिन उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई इसलिए 15 सितंबर को वे ,उनकी पत्नी सुमन और मनोज ने अपर पुलिस महानिदेशक के समक्ष प्रस्तुत होकर ठगी और धमकी के इस दोहरे मामले में सक्षम कानूनी कारवाई की मांग किया।
ओमकार ने जो तथ्य और दस्तावेज सामने रखे है उसके अनुसार मेरठ जिले के पल्लवपुरम थाने में मनोज के साथ हुई ठगी के मामलें में दर्ज प्रथम सूचना रिपोर्ट : 63/25.3.2021 ,धारा 420 और धारा 406 में पुलिस कोई जांच –पड़ताल नहीं कर रही है। एफ.आई.आर. में जिन सोमी , नीरज , वीरेंद्र , सुनील , वीरू , संदीप आरोपी है उनसे पुलिस कोई पूछताछ नहीं कर रही हैं। मामले की गंभीरता यह है कि मानसिक रुप से मन्दित युवक मनोज की 0.3178 हे.जमीन का कूटरचित दस्तावेजो के आधार पर छलपूर्वक सोमी नामक व्यक्ति के नाम मुख्तारनामा बना दिया गया. इसके बाद इसकी बिक्री करा दी गई. पीड़ित मनोज के जमीन के फर्जी बैनामे और रू.27लाख 35हजार की हुई इस ठगी को लेकर कोई कार्रवाई न होने से अभियुक्तों का हौसला इतना बढ़ गया है कि वे अब खुलेआम उनके रिश्तेदार /आश्रयदाता ओमकार चौहान को धमका रहे है। गाजियाबाद पुलिस भी धमकीबाज सुरेंद्र चौहान उर्फ नीटू के खिलाफ कानूनी कारवाई करने के बजाय हाथ पर हाथ धरे बैठी है जिसके चलते 15 सितंबर को ओमकार चौहान , उनकी पत्नी सुमन और मनोज को अपने बचाव के लिए अपर पुलिस महानिदेशक ( मेरठ जोन ) की शरण में जाना पड़ा।
...नैमिष प्रताप सिंह ...