सतीश महाना से सिंगापुर के उच्चायुक्त साइमन वांग वी कुन के नेतृत्व में तीन सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल ने की भेंट की। उत्तर प्रदेश में लॉजिस्टक, इंट्रीग्रेटेड टाउनशिप एवं डाटा सेंटर के क्षेत्र में निवेश पर भी चर्चा हुई। सिंगापुर
की कंपनियां नोएडा में डाटा सेंटर, कानपुर में एग्रो, वाराणसी में स्किल
सेंटर के क्षेत्र में निवेश की भी इच्छुक है।
औद्योगिक विकास मंत्री ने सिंगापुर के निवेशकों को उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए किया आमंत्रित किया है। उत्तर
प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना से आज विधान भवन स्थित
उनके कार्यालय कक्ष में भारत में सिंगापुर के उच्चायुक्त साइमन वांग
वी कुन के नेतृत्व में तीन सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल ने भेंट की। उन्होंने उत्तर प्रदेश में लॉजिस्टक, इंट्रीग्रेटेड टाउनशिप एवं डाटा सेंटर के क्षेत्र में निवेश करने पर चर्चा की। उन्होंने
कहा कि सिंगापुर की दो कंपनियां नोएडा में डाटा सेंटर की स्थापना करना
चाहती हैं। साथ ही एक अन्य कंपनी कानपुर में एग्रो के क्षेत्र में निवेश की
इच्छुक है। इसके अलावा
वाराणसी में भी निवेशक स्किल सेंटर के क्षेत्र में निवेश करना चाहते हैं।
उन्होंने उद्यम स्थापना हेतु भूमि उपलब्ध कराने का प्रस्ताव दिया। सिंगापुर
के प्रतिनिधि मण्डल ने अवगत कराया कि सिंगापुर के निवेशक उत्तर प्रदेश में
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) के क्षेत्र में निवेश के लिए
उत्सुक है।
उन्होंने कहा
कि भारत और सिंगापुर के बीच व्यापारिक रिश्ते काफी मजबूत हैं। उत्तर प्रदेश
के औद्योगिक क्षेत्र के विकास में सिंगापुर के उद्यमी अपना अहम योगदान दे
सकते हैं। लॉजिस्टिक, कृषि और शिक्षा के क्षेत्र में निवेश की बड़ी
संभावनाएं हैं। सिंगापुर के उद्यमी उत्तर प्रदेश ईज ऑफ डूईंग बिजनेस से
काफी प्रभावित हैं। दादरी एवं जेवर का मास्टर प्लान उद्यमियों को निवेश के
लिए आकर्षित कर रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान वैश्विक परिवेश में विश्व की बहुत सी इलेक्ट्रानिक कंपनियां चीन से बाहर जा रही हैं। उत्तर प्रदेश ऐसी कंपनियों को अपने यहां आकर्षित करने के लिए बेहतर विकल्प साबित होगा। प्रतिनिधि
मण्डल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए अनुकूल माहौल है। यहां
उद्योग लगाने पर आसानी से दक्ष कारीगर उपलब्ध होंगे और निवेशकों को बड़ा
उपभोक्ता बाजार भी मिलेगा। उत्तर
प्रदेश में आधारभूत अवस्थापना सुविधाओं कोे बेहतर विकास हुआ है।
इसके
फलस्वरूप उत्तर प्रदेश सिंगापुर के निवेशकों हेतु नम्बर वन हाट-स्पाट बन
गया है। प्रदेश की निवेश नीति के तहत परियोजनाओं का कार्यान्वयन तीव्र गति
से होने के करण निवेशक काफी प्रभावित हैं, औद्योगिक
विकास मंत्री ने प्रतिनिधि मण्डल से सिंगापुर के निवेशकों को उत्तर प्रदेश
में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि सरकार निवेशकों को हर प्रकार
की सहूलियत एवं सुविधाएं उपलब्ध करा रही है जिसके कारण कई देशों से निवेश
प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं और शीघ्र ही बहुत से क्षेत्रों में उद्योग
स्थापित होने की संभावना है। सिंगापुर के साथ भी निवेश के विकल्प खुले हैं। उन्होंने
कहा कि प्रदेश में सड़क एवं वायु परिवहन सेवाओं को बेहतर बनाया गया है।
डिमाण्ड एवं सप्लाई चेन को मजबूत किया गया है। निवेश को आकर्षित करने के
लिए पारदर्शी नीति लागू की गई है। प्रदेश में उद्यम स्थापना हेतु पर्याप्त
भूमि उपलब्ध है।